दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने प्रतिबंधित संगठन सीपीआई को कारतूस सप्लाई करने वाले एक मोस्ट वांटेड हथियारों के तस्कर को गिरफ्तार किया है. पकड़ में आए तस्कर का नाम राज बहादुर है. पुलिस ने राज बहादुर पर एक लाख का इनाम भी घोषित किया हुआ था.
पुलिस ने आरोपी के पास से .32 बोर और .315 बोर के कुल 35 कारतूस बरामद किए. पुलिस को कहना है कि जांच में पता लगा है कि जो कारतूस बरामद किए गए हैं, उनका इस्तेमाल महाराष्ट्र के गढ़चिरौली, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में गैरकानूनी गतिविधियों में हो सकता था.स्पेशल सेल ने 12 जुलाई को राज बहादुर के साथी राम किशन सिंह को गिरफ्तार किया था. राम किशन, बिहार के आरा जिले का रहने वाला था. पुलिस के मुताबिक राम किशन माओवादियों को कारतूस सप्लाई किया करता था. पुलिस ने राम किशन के पास से 407 कारतूस बरामद किए थे.
ऐसे पकड़ा गया गया राज बहादुर
पूछताछ में पता लगा था कि ये सारे कारतूस महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के माओवादी अजीत रॉय को दिए जाने वाले थे. अजीत रॉय महाराष्ट्र के अलावा ओडिशा और छत्तीसगढ़ में 1990 से सक्रिय था. इस पर कई आपराधिक मामले थे.
राम किशन से पूछताछ के बाद पुलिस कारतूस के एक दूसरे सप्लायर संजय सिंह तक पहुंची और फिर पुलिस अजीत रॉय तक भी पहुंच गई. लेकिन राज बहादुर लगातार पुलिस को चकमा देता रहा और कारतूस की सप्लाई जारी रखी.
इस बीच पुलिस को पता लगा कि राज बहादुर, बिहार के आरा में अपने एक जानकार के घर जाने वाला है. पुलिस ने बिहार के आरा से ही राजबहादुर को गिरफ्तार कर लिया. राज बहादुर के खिलाफ ओडिशा, बिहार और दिल्ली में आर्म एक्ट के तहत केस पहले से ही दर्ज थे.