पुलिस अधीक्षक (एसपी) बनकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और इंदौर से विधायक आकाश विजयवर्गीय से 10 लाख रुपये ठगने की कोशिश करने वाले एक शातिर ठग को स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यह ठग राजस्थान से पकड़ा गया.
मध्य प्रदेश की राजनीति के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर से विधायक आकाश को ठगने की कोशिश करने के बाद क्राइम ब्रांच ने उसकी तलाश शुरू कर दी और मंगलवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस अफसर बन ठगने की कोशिश
इंदौर पुलिस एएसपी क्राइम ब्रांच अमरेंद्र सिंह ने कहा कि कुछ दिन पहले यूसुफ कुरैशी के नाम पर एक शख्स ने बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय को फोन किया और 10 लाख रुपये की मांग की. फोन के बाद इस फिरौती की पुष्टि के लिए आकाश ने असली यूसुफ कुरैशी से बात की तो पता चला कि उनकी ओर से ऐसी कोई कॉल नहीं की गई थी. बाद में इस केस को क्राइम ब्रांच में स्थानांतरित कर दिया गया.
विधायक आकाश से फिरौती मांगने की सूचना मिलने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने एक टीम बनाई. जांच के दौरान आरोपी की पहचान सुरेश के रूप में हुई और उसे राजस्थान के पाली से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने आगे कहा कि आरोपी पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और उसके खिलाफ यह मामला दर्ज कर लिया गया है.
इस प्रकरण पर आकाश विजयवर्गीय ने कहा, 'मुझे 9 जनवरी को फोन आया और उस व्यक्ति ने खुद को एसपी यूसुफ कुरैशी होने का दावा किया. साथ ही बताया कि उसके रिश्तेदार संकट में हैं और उसे 10 लाख रुपये की तत्काल जरूरत है.'
फोन कॉल पर संदेह
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे इस फोन कॉल पर कुछ संदेह हुआ और इसकी पुष्टि के लिए मैंने असली यूसुफ कुरैशी को फोन किया तो उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने ऐसी कोई कॉल नहीं की थी.'
आकाश विजयवर्गीय पहले भी कई कारणों से चर्चा में रहे हैं. पिछले साल जून में इंदौर में नगर निगम का एक दल गंजी कंपाउंड क्षेत्र में एक जर्जर मकान को गिराने पहुंचा था. इसकी सूचना मिलने पर स्थानीय विधायक आकाश विजयवर्गीय भी मौके पर पहुंच गए, जहां उनकी नगर निगम के कर्मचारियों से बहस भी हो गई.
इस बीच आकाश विजयवर्गीय क्रिकेट का बल्ला लेकर नगर निगम के अधिकारियों से भिड़ गए. विजयवर्गीय ने बल्ले से अफसरों की पिटाई भी की. इसके मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और जेल भी जाना पड़ा. तब यह मामला काफी चर्चा में रहा था.