मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच अब डॉक्टर पायल एस. तडवी की संदिग्ध मौत के मामले की जांच करेगी. इससे पहले इस मामले में पुलिस ने आरोपी बताई जा रही तीनों महिला डॉक्टरों को एक-एक कर गिरफ्तार कर लिया है. एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी है.
बता दें कि डॉक्टर पायल को खुदकुशी के लिए उकसाने और अन्य आरोपों के चलते तीनों आरोपी महिला डॉक्टरों भक्ति मेहर, हेमा आहूजा और अंकिता खंडेलवाल को गिरफ्तार कर लिया गया था. जिन्हें मुंबई की अदालत ने शुक्रवार तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था. अब उनकी पेशी के दौरान क्राइम ब्रांच से जांच कराने का फैसला लिया गया है.
आईएएनएस के मुताबिक मुंबई पुलिस के प्रवक्ता मंजूनाथ शृंग ने बताया कि डॉक्टर पायल तडवी की मौत से जुड़े मामले की गंभीरता और महत्व को देखते हुए जांच क्राइम ब्रांच को स्थानांतरित कर दी गई है.
डॉ. तडवी के परिवार के वकील नितिन सतपुते ने बताया कि हमने मांग की थी कि परिस्थितियों को देखते हुए इस मामले को क्राइम ब्रांच को सौंप दिया जाना चाहिए. हमने शिवसेना नेता नीलम गोरे के साथ इस पर चर्चा की, जिन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने इस मामले को उठाया.
गौरतलब है कि गायनेकोलॉजी में स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा 26 वर्षीय पायल तडवी ने 22 मई को सरकार द्वारा संचालित बीवाईएल नायर अस्पताल में अपने छात्रावास के कमरे में खुदकुशी कर ली थी. पायल के परिवार ने दावा किया कि व्यक्तिगत उत्पीड़न, मुस्लिम आदिवासी पृष्ठभूमि और जातिवादी टिप्पणियों से तंग आकर उसने खुदकुशी की है, जिसके लिए उसे उकसाया गया था.