मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए दंगों के पांच पीड़ितों की उनके पैतृक गांव में कुछ असामाजिक तत्वों ने पिटाई कर दी. इस घटना के बाद पीड़ितों के पक्ष में एक समुदाय ने शाहपुर कस्बे में जाम लगा दिया. दंगा पीड़ित किसी काम से अपने गांव में गए थे. हमलावर घटना के बाद से फरार हैं.
पुलिस के मुताबिक यह घटना शुक्रवार की देर शाम उस वक्त हुई जब पीड़ित अपने पैतृक गांव कुटबा में कुछ सामान लेने के लिए गए थे. दंगा पीड़ितों का यहां के पाल्दा गांव में पुर्नवासित किया गया है. पीड़ितों में शरीफ उनकी पत्नी असगरी, उनका बेटा मुरसलीन और पोता शौकीन और सोनू शामिल हैं.
पुलिस ने इस परिवार पर हमला करने वाले नीतू, जितेंद्र, दल्लू, राजेंद्र, नरेंद्र और काला छह व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इस दौरान घटना से गुस्साए सैकड़ों स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया और शाहपुर कस्बे की सड़कों पर जाम लगा दिया.
गौरतलब है कि सितंबर 2013 में मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में हुए सांप्रदायिक दंगों में 60 से ज्यादा लोग मारे गए थे, जबकि 40,000 से ज्यादा विस्थापित हो गए थे.
-इनपुट भाषा