बिहार के चर्चित मुजफ्फरपुर शेल्टर हॉउस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी केस दर्ज कर लिया है. सीबीआई में दर्ज मामले को ED ने किया टेकओवर करते हुए मामला दर्ज किया है.
ईडी की ओर से मामला दर्ज किए जाने से मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत सभी आरोपियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. ईडी अवैध तौर पर कमाई गई संपत्ति को भी अटैच कर सकती है.
ईडी ने इस मामले को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज किया है. मुजफ्फरपुर शेल्टर हॉउस मामले में 34 से ज्यादा लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने का आरोप है.
अवैध काम करने का आरोप
शेल्टर हाउस के आड़ में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर पर कई अवैध कार्य करने का भी आरोप है. ईडी सूत्रों के मुताबिक ब्रजेश ठाकुर ने शेल्टर होम की आड़ में बिहार सरकार से अकूत संपत्ति अर्जित की है इसी को केस का आधार बनाया गया है,
आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस का खुलासा होने के बाद पूरे बिहार में हड़कंप मच गया था. शेल्टर होम चलाने वाले ब्रजेश ठाकुर पर आरोप है की वो शेल्टर होम की लड़कियों से जबरन देह व्यापार करवाता था.
हुक्म नहीं मानने पर होती थी पीटाई
शेल्टर में जो लड़कियां ब्रजेश ठाकुर का हुक्म नहीं मानती थीं उनकी पीटाई की जाती थी. शेल्टर होम की एक पीड़ित लड़की के खुलासे के बाद शेल्टर होम में खुदाई भी की गई थी. लड़की ने आरोप लगाया था कि एक लड़की को मारकर गाड़ दिया गया है हालांकि खुदाई के बाद कुछ नहीं मिला था.
इस मामले में बिहार के कई रसूखदारों और सियासतदानों का नाम भी ब्रजेश ठाकुर के साथ जुड़ा था. फिलहाल इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है लेकिन ईडी के केस दर्ज करने से ब्रजेश ठाकुर की संपत्ति जब्त होने का खतरा मंडरा रहा है.