बिहार सरकार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा गिरफ्तारी से लगातार बच रही हैं, लेकिन इस बीच कोर्ट की ओर से पिछले 3 महीने से फरार चल रही मंजू वर्मा की संपत्ति की कुर्की-जब्ती शुरू करने संबंधी आदेश के बाद शनिवार को इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई.
कोर्ट की ओर से मंजू वर्मा की संपत्ति की कुर्की-जब्ती का आदेश जारी होने के बाद बेगुसराय स्थित उनके आवास को कुर्क करने का काम शुरू हो गया है. भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उनके घर को तोड़ा जा रहा है. बेगूसराय एसपी अवकाश कुमार के नेतृत्व में मंजू वर्मा की संपत्ति की कुर्की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
बेगूसराय के मंझौल अनुमंडल न्यायालय ने पुलिस की याचिका पर सुनवाई करते हुए मंजू वर्मा के इश्तेहार और कुर्की-जब्ती के आदेश दे दिए. आर्म्स एक्ट में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद फरार चल रही मंजू वर्मा को आत्मसमर्पण करने के लिए दबाव बनाने के इरादे से बेगूसराय पुलिस ने कोर्ट में उनकी कुर्की-जब्ती के लिए याचिका दायर की थी.Muzaffapur shelter home case: Police attach the property of former Bihar Minister Manju Verma at her residence in Begusarai. pic.twitter.com/AxhZZx7zP4
— ANI (@ANI) November 17, 2018
मंजू वर्मा के वकील सत्यनारायण महतो ने बताया कि पटना हाईकोर्ट से कई बार अग्रिम जमानत की याचिका खारिज किए जाने के बाद अब उन लोगों ने अग्रिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है जिस पर अगले हफ्ते सुनवाई होगी.
पुलिस का कहना है कि मंजू वर्मा के खिलाफ कई शहरों में कुर्की-जब्ती का वारंट निकलने के बाद उनके पास आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई दूसरा विकल्प नहीं बचता है. फिलहाल बेगूसराय पुलिस बिहार और झारखंड के कई इलाकों में मंजू वर्मा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
बालिका गृह कांड केस में देना पड़ा था इस्तीफा
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में पति चंदेश्वर वर्मा का नाम आने के बाद पूर्व समाज कल्याण विभाग मंत्री मंजू वर्मा को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. बालिका गृह कांड की जांच कर रही बिहार पुलिस ने इस दौरान मंजू वर्मा के बेगूसराय स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी की थी जहां पर उनके एक घर से 50 जिंदा कारतूस बरामद किए गए थे.