दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में नेशनल हेराल्ड केस की सुनवाई महज दस मिनट में पूरी हो गई. शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी की पेशी और उन्हें जमानत मिलने में केवल दस मिनट का वक्त लगा.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पटियाला हाउस कोर्ट में पहुंचने पर 2 बजकर 51 मिनट पर सुनवाई शुरू हुई. पहले सबकी उपस्थिति दर्ज की गई. उसके बाद जज ने बुज़ुर्ग नेता मोतीलाल वोरा को बैठने के लिए कहा. सबसे पहले कपिल सिब्बल और अन्य वकीलों ने ज़मानत अर्जी पेश की.
केस के याचिकाकर्ता सुब्रमण्यम स्वामी ने जमानत का विरोध किया. उन्होंने अदालत से कहा कि ये प्रभावशाली लोग हैं. इन्हें जमानत नहीं मिलनी चाहिए. ये देश छोड़ के भाग सकते हैं. इस पर कपिल सिब्बल ने कहा कि इन लोगों की समाज में मजबूत जडें हैं. कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है. स्वामी ने उनकी इस बात पर कुछ तंज किया, तो सिब्बल ने जवाब में कहा कि थोड़े दिनों में आपकी पार्टी भी ओल्डेस्ट पार्टी हो जाएगी.
कपिल और स्वामी को सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि अपराध बहुत संगीन नहीं है. समाज में इन लोगों की जड़े गहरी हैं. कांग्रेस सबसे पुरानी पार्टी है. इसलिए जमानत दी जाती है. इस पर स्वामी ने कहा की आप शर्तें लगाइए. ये देश छोड़ कर न जा सकें. इनके पासपोर्ट जमा हों या कोर्ट को बताकर जाएं.
अदालत ने स्वामी की मांग को खारिज करते हुए कहा कि किसी शर्त की ज़रुरत नहीं है. जमानत दी जाती है. सुनवाई के दौरान सोनिया और राहुल शांत खड़े थे और उनके चेहरे पर चिंता के कोई भाव नहीं थे. अदालत ने दोनों नेताओं को 50-50 हजार के मुचलके पर जमानत दे दी. ठीक 3:01 मिनट पर सुनवाई ख़त्म हो गई.
इसके बाद सोनिया के वकील कपिल सिब्बल ने बताया कि मामले की अगली सुनवाई 20 फरवरी 2016 को दोपहर 2 बजे होगी. सुनवाई के दौरान प्रियंका गांधी कोर्ट में पीछे की तरफ दीवार से टेक लगाकर खड़ी रहीं और वह थोड़ी चिंतित लग रही थीं.