झारखंड पुलिस को नक्सलियों पर लगाम कसने में एक और बड़ी कामयाबी मिली है. राज्य के सबसे खतरनाक माने जाने वाले 15 लाख रुपये के ईनामी नक्सली कुंदन पाहन ने रांची पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है.
बीते दिनों छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले ने देश को हिला कर रख दिया था. शुक्रवार को झारखंड के सबसे खूंखार माने जाने वाले नक्सली कुंदन पाहन ने सरेंडर कर दिया. पुलिस ने कुंदन को किसी अज्ञात जगह पर रखा है.
पुलिस अपनी रणनीति पर काम कर रही है. दरअसल पुलिस की कोशिश है कि कुंदन ने जितने भी हथियार छुपाकर रखे हुए हैं, पहले उन्हें बरामद किया जाए. इस बीच पुलिस ने कुंदन की ऐसी तस्वीर जारी की है, जिसमें उसका चेहरा पूरी तरह साफ दिखाई दे रहा है.
यह कुंदन के नक्सली इतिहास की पहली तस्वीर है, जिसमें उसका चेहरा पहचान में आ रहा है. इससे पहले पुलिस के पास कुंदन की कोई भी साफ तस्वीर नहीं थी. पुलिस के आला अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि कुंदन के सरेंडर करने के बाद कई और नक्सली (जो कुंदन के संपर्क में हैं) जल्द सरेंडर कर सकते हैं.
रांची के एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने बताया, कुंदन अपनी पहचान छिपाने में कितना माहिर था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सालों बाद भी मोस्ट वांटेड लिस्ट में शीर्ष पर रहते हुए पुलिस उसकी कोई भी फोटो हासिल नहीं कर पाई.
एसएसपी के अनुसार, कुंदन ने पुलिस पूछताछ में कई अहम जानकारियां दी हैं. कुंदन ने बताया कि पुलिस से लूटे हुए ज्यादातर हथियार सारंडा में नक्सलियों के पास हैं. वहीं दूसरी ओर तमाड़ के आजसू विधायक विकास मुंडा नक्सली कुंदन पाहन के सरेंडर के तरीके से नाराज हैं. बताते चलें कि कुंदन उनके पिता रमेश मुंडा की हत्या का मुख्य आरोपी है.
गौरतलब है कि नक्सली कुंदन पाहन तमाड़ के अड़की इलाके का रहने वाला है. परिवार में उसके अलावा चार भाई और हैं. कुंदन सबसे छोटा है. कुंदन के अलावा उसके दो और भाई डिम्बा पाहन और श्याम पाहन भी नक्सली संगठन में शमिल थे. इन दोनों ने कुछ समय पहले ही सरेंडर कर दिया था.