सुबह होते ही दिल्ली-एनसीआर में वारदातों का सिलसिला शुरू हो जाता है. एनसीआर में कोई ऐसा कोना, कोई ऐसा इलाका नहीं, जहां अपराधी वारदातों को अंजाम देकर आसानी से पुलिस के सामने से निकल जाते हैं. आलम ये है कि लोग अब घरों से बाहर निकलने में भी डरते हैं वहीं अपराध के आकड़े चौकाने वाले हैं.
बड़ती वारदातों का कारण?
बीते कुछ दिनों की बात करें तो एनसीआर में अवैध हथियारों के दम पर कानून को रौंदते हुए अपराधी एनसीआर में कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं. पिछले दिनों एनसीआर में क्राइम ग्राफ काफी तेजी से ऊपर आया है. हर रोज एनसीआर में एनकाउंटर होता है.
अपराधी या तो मारे जाते हैं या उनके पैर में गोली लगती है और वो सलाखों के पीछे जाते हैं. पुलिस जुर्म पर लगाम लगाने का दावा करती है. तो फिर सवाल उठता है कि आखिर हर रोज हो रही वारदातों को अंजाम कौन दे रहा है और कैसे दे रहा है.
बढ़ती वारदातों से लोगों का जीना दूभर
नेशनल कैपिटल की बात करें तो वो तो अब क्राइम कैपिटल के नाम से जानी जाती है. पिछले कुछ दिनों में तो दिल्ली में जुर्म काफी तेजी से बढ़े है. हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार, झपटमारी ने दिल्ली को हिला कर रख दिया है. अकेले सितंबर महीने में स्नैचिंग की 420 से ज्यादा वारदातों ने लोगों का घरों से बाहर निकलने पर सोचने को मजबूर कर दिया है.
दिल्ली में कहीं स्नेचिंग का शिकार महिला जख्मी होती है तो सागरपुर जैसे इलाके में झपटमार स्नैचिंग के दौरान एक शख्स का बेरहमी से कत्ल तक कर देते है. स्नैचिंग की तमाम वारदात सीसीटीवी में कैद हुईं. आरोपियों के चेहरे पुलिस के पास हैं लेकिन अभी तक वो पुलिस की पकड़ से दूर हैं और अपराधी किसी नई वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े?
हाल ही में दिल्ली में हुई ताबड़तोड़ वारदात की सुर्खियों से लोगों के दिल में दहशत है. पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में कत्ल सहित कई बड़ी वारदात हुई जिन पर नजर डालें तो :-
1-26 सितंबर सागरपुर में लूटपाट के विरोध में युवक की हत्या, आरोपी फरार
2-25 सितंबर केशवपुरम इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने की 20 लाख की लूट, बदमाश फरार
3- 24 25 सितंबर जामिया इलाके में छात्र की धारदार हथियार से जमकर पिटाई
4-24 सितंबर द्वारका में प्रॉपर्टी डीलर की फरार गैंगस्टर नन्दू ने की हत्या, गैगस्टर फरार
5-23 सितंबर ओखला में बाइक सवार बदमाशों ने की लड़की से फोन स्नैचिंग, आरोपी फरार
6-22 सितंबर ग्रेटर कैलाश में महिला पत्रकार के साथ लूटपाट, आरोपी फरार
7-22 सितंबर दिल्ली अक्षरधाम मंदिर के पास पुलिस पार्टी पर फायरिंग बदमाश फरार
8-21 सितंबर मधु विहार में बुजुर्ग महिला की बदमाशों ने की हत्या, आरोपी फरार
9-19 सितंबर कनॉट प्लेस में पति पत्नी से बदमाशों ने की स्नेचिंग, पत्नी घायल, आरोपी फरार
10-16 सितंबर प्रगति मैदान इलाके मे बस स्टेड पर खड़ी सब इंस्पेक्टर की पत्नी से स्नेचिंग, बदमाश फरार
11-14 सितंबर ज्योति नगर में घर के बाहर लूटपाट के इरादे से बुजुर्ग की हत्या, आरोपी फरार
अब दिल्ली से सटे नोएडा की बात करें तो यहां भी अपराध चरम पर है. सबसे ज्यादा एनकाउंटर का आंकड़ा नोएडा में है. लगभग हर रोज यहां पुलिस और अपराधियों के बीच शूटआउट होता है. बदमाश या तो मारे जाते हैं या गोली खाकर सलाखों के पीछे पहुंचते हैं. वहीं वे बदमाश दूसरी वारदात को अंजाम देकर पुलिस के एनकाउंटर गेम पर ही सवाल खड़े करने लगते है.
नोएडा भी बनी क्राइम सिटी
पिछले कुछ दिनों में तो नोएडा भी क्राइम सिटी नजर आने लगी है. अपराध पर काबू करने के लिए नोएडा समेत ग्रेनो में 1 सितम्बर से 5 अक्टूबर तक पुलिस और बदमाशों के बीच 11 मुठभेड़ हुई जिसमें:-
1-4 अक्टूबर को हुई मुठभेड़ थाना 49 क्षेत्र के अंतर्गत सेक्टर 117 में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़
2-3 अक्टूबर को फेस-2 पुलिस और बदमाशों के साथ हुई मुठभेड़ में तीन बदमाश गोली लगी
3-26 सितंबर को थाना सेक्टर 20 क्षेत्र के सेक्टर 18 स्थित अट्टा पीर पर चेकिंग के दौरान बाइक पर सवार होकर आते दो बदमाशों के साथ हुई जिसमें एक फूलसिंह बदमाश के पैर में गोली लगने से घायल हो गया
4-20 सितंबर को थाना 49 क्षेत्र के सेक्टर 115 स्थित गांव सोरखा के पास बदमाशों और पुलिस व स्टार-1 सयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ हो हुई जिसमें मुठभेड़ के दौरान 25-25 हजार के दो बदमाशो पैर में गोली लगने से घायल हो गए
5-17 सितंबर को सेक्टर 24 में दो मुठभेड़, दो बदमाशों को गोली लगी
6-16 सितंबर को नोएडा के थाना 39 में 1 लाख को इनामी को गोली मारी
7-8 सितंबर को ग्रेटर नोएडा के बिसरख के एक मूर्ति के पास एक महिला की सोने की चेन छीनकर दो बदमाशों को मुठभेड़ में गोली लगी
8-4 सितंबर को नोएडा थाना सेक्टर -49 में 25 हजार के इनामी को गोली लगी
9-2 सितंबर को दो मुठभेड़ में तीन बदमाशों को गोली लगी
वहीं दूसरी ओर नोएडा में हुए अपराधों की बात करें तो ग्रेटर नोएडा में प्रॉपर्टी डीलर पर फायरिंग हुई और सीसीटीवी में बदमाश कैद हुए. नोएडा के अपराध पर नजर डालें तो आकड़े कुछ और बयान करते हैं.
राजधानी दिल्ली से सटे नॉएडा समेत ग्रेनो में 1 सितम्बर से 5 अक्टूबर तक हुए हत्या व हत्या की जानकारी :-
1 सितंबर को अपनी रागिनी गायकी से धाक जमाने वाली सुषमा चौधरी की ग्रेटर नोएडा बीटा -2 के मित्रा सोसायटी के पास मंगलवार की देर शाम अज्ञात बाइक सवार दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी. वहीं दूसरा डबल मर्डर में 3 सितम्बर को हुआ.
14 सितंबर को ग्रेटर नोएडा के जेवर कोतवाली क्षेत्र के फलेदा गांव में युवती के साथ छेड़छाड़ करने का विरोध करने पर दबंगों ने एक युवक को जिंदा जलाने का प्रयास किया. इस तरह के ना जाने कितने आपराधिक वारदातों ने नोएडा के लोगों मे बदमाशों का खौफ पैदा कर रखा है.
गाजियाबाद बनी क्राइम सिटी
वहीं हॉट सिटी गाजियाबाद की बात की जाए तो अब ये हॉट सिटी क्राइम सिटी बन चुकी है. हर रोज यहां सबसे ज्यादा वारदात होती है. पुलिस अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने आपरेशन क्लीन चलाया है. पुलिस एनकाउंटर कर रही है लेकिन इसके बावजूद क्राइम ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. सिर्फ सितम्बर में ही गाजियाबाद में 12 मुठभेड़ हुईं हैं जिनमें कई बदमाशों को गोली लगी है.
आपराधिक वारदातों पर नजर डालें तो कविनगर में एक कपड़ा व्यापारी अमित सेठ की गोली मारकर हत्या की गई. 24 सितंबर को नफीस कुरेशी की लोनी प्रेमनगर इलाके में गोली मारकर हत्या हुई.
1-30 सितंबर को कविनगर इलाके में पेड़ से रहस्यमस हालात में लटकी हुई लाश मिली
2-11 सितंबर को साहिबाबाद के आनंद इंडस्ट्रियल एरिया से पीएनबी बैंक से पैसे निकाल कर जा रहे शख्स से बड़ी लूट
3-5 सितंबर को ट्रोनिका सिटी में 38 साल के अरुण त्यागी की मामूली विवाद में चार दोस्तों ने की हत्या
4-4 सितंबर को कोतवाली इलाके में पति ने पत्नी का कत्ल किया
5-3 सितंबर को मोदीनर में छात्रों के दो गुटों में शूटआउट, दो को गोली लगी
6-ये सभी वारदात सााबित करती हैं कि एनसीआर अब क्राइम कैपिटल रीजन बन चुका है और यहां कानून की नहीं बल्कि जुर्म की हुकूमत है.