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लश्कर के लिए जुटाता था फंड, एनआईए ने किया गिरफ्तार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने फरार आरोपी जावेद अली को गिरफ्तार किया है. जावेद अली पर आरोप है कि उसने भारत में आतंकवादी गतिविधियों के लिए लश्कर-ए-तैयबा के लिए फंड जुटाया.  

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

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  • जावेद से पहले इस मामले में 5 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
  • जावेद का संबंध लश्कर से है, वह उसके लिए जुटाता था फंड

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने फरार आरोपी जावेद अली को गिरफ्तार किया है. जावेद अली पर आरोप है कि उसने भारत में आतंकवादी गतिविधियों के लिए लश्कर-ए-तैयबा के लिए फंड जुटाया. इस मामले ने एनआईए ने पहले ही 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.

गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम शेख अब्दुल नईम, बेदार बख्त,  तौसीफ अहमद मलिक, दिनेश गर्ग, आदिश कुमार जैन हैं. मामले में पांच अन्य आरोपी फरार हैं.

जांच से पता चला कि जावेद का संबंध लश्कर से है और वह उसके लिए फंड जुटाता था. फंड का इस्तेमाल भारत के विभिन्न स्थानों में रेकी करने, लश्कर के लिए आतंकवादियों की भर्ती करने और विदेशी नागरिकों और पर्यटकों सहित सॉफ्ट टारगेट की पहचान करने के लिए किया जाता था. गिरफ्तार जावेद मुजफ्फरनगर के खामपुर गांव का रहने वाला है. उसकी गिरफ्तारी 2017 में आतंकी फंडिंग के एक मामले में की गई है.

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एनआईए प्रवक्ता ने क्या कहा

एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि लश्कर के मुख्यालय पाकिस्तान से दुबई पैसा पहुंचता था. दुबई में बैठा हैंडलर हवाला कारोबार के जरिये यह पैसा भारत में भेजता था. इस पैसे को जावेद और उसके साथी लश्कर के नए एजेंट बनाने के लिए प्रयोग करते थे. वह इस पैसे के बदले लश्कर के लिए भारत के विभिन्न ठिकानों की रैकी कराते थे. एनआईए का दावा है कि जावेद सीधे तौर पर आतंकी संगठन लश्कर से जुड़ा हुआ था.

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