खूंखार आतंकी संगठन ISIS की संदिग्ध गतिविधियों में जयपुर से पकड़ा गया इंडियन आयल कंपनी का असिस्टेंट मैनेजर सिराजुद्दीन मुंबई में कई जगह बम ब्लास्ट करने की योजना में शामिल था. इसके साथ 32 आतंकी मिलकर इस योजना को अंजाम देने में जुटे हुए थे. यह खुलासा NIA की चार्जशीट में हुआ है.
NIA चार्जशीट के अनुसार, सिराजुद्दीन हनी ट्रैप के जाल में फंसकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने जा रहा था. केन्या की एक लड़की कनीता मीना ने इसे प्यार का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया था. वह लीबिया जाकर इस लड़की से शादी करना चाहता था. उस लड़की का असली नाम मुनवैग अमीना मुवैज है.
सिराजुद्दीन उस लड़की से शादी करके जन्नत पाना चाहता था. मुंबई ब्लास्ट के लिए वह पुणे की एक 16 साल की लड़की का भी ब्रेनवॉश करके उसे कट्टरपंथी बना रहा था. उसने आतंकी कारनामे के लिए दिसंबर 2015 में एक सीम कार्ड भी खरीदा था. आईएसआईएस के ऑपरेटिव हेड अब्दुल आदिल के संपर्क में था.
आदिल ने ही मीना के जरीए सिराज को फंसाया था. इस लड़की ने 4 दिसंबर 2015 को सिराजुद्दीन को फेसबुक पर लिखा है कि वे मुंबई हमले की योजना बना रहे थे. इसलिए हमने तुरंत संपर्क किया. इसके जवाब में उसने लिखा है, 'या अल्लाह हम लोग एकजुट होकर कामयाब होंगे. जल्दी ही रामादिन में मिलेंगे. आमिन.'
बताते चलें कि 33 साल के सिराजुद्दीन को पिछले साल 10 दिसंबर को आईबी के इनपुट पर जयपुर से गिरफ्तार किया था. यह शादी-शुदा है और इसके दो बच्चे हैं. इन्हें दो महीने से अपने घर गुलबर्गा भेज रखा था. यहां ISIS के प्रोपोगंडा सामग्री बांटने के साथ-साथ सैकड़ों युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में लगा था.
2500 पन्ने की चार्जशीट में एनआईए ने दावा किया है कि सिराजुद्दीन को भारत में आईएसआईएस के सभी गतिविधियों के बारे में पता था. खुफिया एजेंसियों की सतर्कता से आईएसआईएस के बड़े मुंबई हमले की प्लानिंग को नाकाम किया गया है. फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां सिराजुद्दीन से पूछताछ कर रही हैं.