पश्चिम बंगाल में एक आदिवासी महिला के साथ निर्भया जैसी बर्बरता की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. घटना साउथ दिनाजपुर जिले के कुशमांडी गांव की है. स्थानीय निवासियों ने पीड़िता को गंभीर हालत में खेत में पड़ा पाया, जिसके बाद वारदात का खुलासा हुआ. पुलिस ने इस केस के संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
इससे भी अधिक दहलाने वाली बात यह है कि पीड़िता मंदबुद्धी है . वहशियों ने बर्बरता की हदें पार करते हुए पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी थी. पीड़िता मालदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में जिंदगी की जंग लड़ रही है.
स्थानीय निवासियों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने फौरन पीड़िता को रायगंज के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया. अस्पताल ने आनन-फानन में 6 डॉक्टरों की एक टीम गठित की और पीड़िता का ऑपरेशन किया गया.
हालांकि पीड़िता की हालत बिगड़ती गई, जिसके बाद उसे मालदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया. पीड़िता का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी थी, जिससे पीड़िता की आंत का कुछ हिस्सा बाहर आ गया था.
डॉक्टरों ने सोमवार को पीड़िता के तीन ऑपरेशन और किए. इसके बावजूद पीड़िता की हालत गंभीर है और वह जिंदगी की लड़ाई लड़ रही है. इस बीच स्थानीय निवासियों ने कार्रवाई न होने पर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.
पुलिस ने इस मामले में जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें कुशमांडी की ही रहने वाला एक बढ़ई है, जबकि दूसरा आरोपी इताहार का रहने वाला है. पुलिस को संदेह है कि पीड़िता के साथ गैंगरेप करने वालों में चार और लोग शामिल थे, जिनकी तलाश की जा रही है. आरोपियों को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
इस बीच मालदा के दौरे पर पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पीड़िता का हालचाल लेने अस्पातल पहुंचीं. उन्होंने डॉक्टरों से पीड़िता की हालत के बारे में जानकारी ली और अपना पूरा समर्थन होने का आश्वासन दिया.