राजस्थान के बाड़मेर में मिले जिस बैलून को लेकर सुरक्षा एजेंसियों के होश फाख्ता हुए उसे लेकर अब नई तरह की जानकारी सामने आ रही है. यह बैलून एक मध्यम शक्ति के रडार पर देखा गया था और दक्षिण पूर्वी दिशा में जा रहा था. जांच में पता चला है कि तीन मीटर चौड़ा और आठ फुट लंबा वो बैलून अमेरिका में बना था. जिसमें कोई विस्फोटक नहीं था.
रक्षा मंत्रालय बुधवार को इस बारे में विस्तृत जानकारी देगा. सूत्रों के मुताबिक वो बैलून पाकिस्तान की तरफ से आया था. जिसे भारतीय वायुसेना के सुखोई 30 विमान ने मिसाइल से हमला करके नष्ट कर दिया था.
वह बैलून लगभग 8 किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ रहा था. जिसका व्यास 3 मीटर था. वायु सेना के विमान ने इसे हमला करके गिराया था. और फिर जांच के लिए इसके सभी अवशेषों को बरामद कर लिया गया है.
जानकारी मुताबिक ऐसा पहले भी हुआ है. उस बैलून में कोई कैमरा नहीं लगा था. और न ही उसे किसी तकनीक से संचालित किया जा रहा था. ऐसे में जासूसी के लिए उसके इस्तेमाल की संभावना कम है.
वायु सेना भी इस बात की जांच पड़ताल कर रही है कि यह पाकिस्तानी मौसम विभाग का बैलून था या किसी की शरारत. जब उस बैलून को हिट किया गया तो हवा निकलने की वजह से एक तेज विस्फोट की आवाज सुनी गई थी.
इस संबंध में जल्द ही एक रिपोर्ट वायुसेना मुख्यालय को दी जाएगी.