यूपी के शामली जिले में जधेड़ी गांव में मंगलवार की देर रात बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ में घायल हुए यूपी पुलिस के जवान अंकित तोमर की उपचार के दौरान नोएडा के एक अस्पताल में मौत हो गई. उस मुठभेड़ में मुकीम काला गैंग का एक लाख का इनामी कुख्यात बदमाश मारा गया था.
जानकारी के मुताबिक मंगलवार की रात यूपी के जनपद शामली में पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ हो गई थी. इस दौरान गोली लगने से एक थानेदार और सिपाही अंकित तोमर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसमें सिपाही अंकित की हालत नाजुक थी, लिहाजा उन्हें नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
सिपाही अंकित का इलाज कर रहे डॉक्टर एमएस बटोही ने बताया था कि उसके सिर में दो गोली लगी थी. वह ब्रेन डेड की स्थिति में थे. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर बृजेश नारायण सिंह के आदेश पर अंकित के इलाज के लिए तीन न्यूरोसर्जन का पैनल बनाया गया था. जिसमें जिला अस्पताल, जेपी अस्पताल के न्यूरोसर्जन शामिल थे.
बुधवार को दिनभर अंकित को लेकर अफवाहें आती रहीं कि अंकित की मौत हो चुकी है, लेकिन बाद में पुलिस ने इस बात खंडन किया था. मगर बुधवार की रात में यूपी पुलिस ने अपने अधिकारिक ट्विटर से ट्वीट करके अंकित की मौत की सूचना दी.
Constable Ankit who received bullet injuries yesterday in a police encounter at Kairana , Shamli, achieved martyrdom few minutes back ! He made supreme sacrifice at the altar of duty!
Our condolences .#uppolice pic.twitter.com/ponF8JMX00
— UP POLICE (@Uppolice) January 3, 2018
शामली के एसपी अजय पाल शर्मा के मुताबिक मंगलवार की देर रात हुई उस मुठभेड़ में मुकीम काला गैंग का एक लाख रुपये का इनामी बदमाश साबिर मारा गया था. इससे पहले भारी पुलिस बल ने उसके घर पर छापा मारा था. जहां पुलिस टीम को देखते ही साबिर ने अंधाधुंध फायरिंग की थी.
जिसमें उसकी गोली लगने से सिपाही अंकित और थानाध्यक्ष कैराना भागवत सिंह घायल हो गए थे. एसपी ने बताया कि अंकित के सिर में दो गोली लगी थी.
शहीद सिपाही अंकित तोमर बागपत जिले के बाजितपुर गांव के मूल निवासी थे. वे अपने पीछे 3 वर्ष की बेटी और 3 माह का बेटा छोड़ गए हैं. जानकारी के मुताबिक गुरुवार को उनके पैतृक गांव में ही उनका अंतिम संस्कार होगा.