उत्तर प्रदेश में एंटी रोमियो दल शुरू होने के साथ ही पुलिस हरकत में आ गई. दिल्ली से नोएडा, गाजियाबाद के अलावा मेरठ में भी पुलिस ने शोहदों को सबक सिखाने का अभियान शुरू कर दिया है. बीजेपी के 'संकल्प पत्र' का हिस्सा रहे महिला सुरक्षा के मुद्दे को लेकर यूपी पुलिस अब बड़ी कार्रवाई करने के मूड में नजर आ रही है.
बुधवार को यूपी पुलिस ने 'एंटी रोमियो दल' से जुड़ीं तमाम ख़बरें अपने ऑफ़िशियल ट्विटर हैंडल @Uppolice से ट्वीट कीं. लेकिन अभी तक यूपी पुलिस ने इन टीमों की गठन प्रक्रिया को लेकर कोई साफ जवाब नहीं दिया.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभी कोई लिखित आदेश नहीं मिला है, लेकिन यूपी पुलिस जानती है कि योगी आदित्यनाथ को क्या पसंद है, और वो बिना आदेश के ही सड़क पर डंडा लेकर उतर गई है. हालांकि कहा तो यह जा रहा है कि ये रूटीन वर्क है, लेकिन सच सभी को पता है.
नोएडा के केंद्रीय विद्यालय के बाहर पुलिस मौजूद रही. महिला पुलिसकर्मी भी सादी वर्दी में इधर उधर गश्त करती नजर आईं. स्कूलों के आस-पास खड़े लड़कों से पूछताछ की गई. ऑटो और टैक्सी वालों को भी महिला सुरक्षा के संबंध में हिदायत दी गई.
गाजियाबाद में पुलिस ने अभियान को सख्ती से लेते हुए 15 रोड रोमियो गिरफ्तार किए और उनका चालान कर उन्हें जेल भी भेज दिया. पुलिस का कहना है कि पुलिस मैसेज देना चाह रही है कि महिलाओं से किसी भी तरह की छेड़खानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
मेरठ जिले में भी पुलिस एक्शन में नजर आई. एंटी रोमियो अभियान के तहत गंगानगर में पुलिस ने तीनों बडे पार्कों में जाकर मनचलों की खबर ली. स्थानीय पुलिस अधिकारी मोहम्मद असलम के नेतृत्व में तीस से चालीस पुलिसकर्मियों ने कई जगह छापेमारी की.
शहर के पार्कों में मौजूद तमाम लडकों से पुलिस ने पूछताछ की. पुलिस टीम में शामिल महिला कर्मियों ने महिलाओं और लडकियों से बातचीत की. आस-पास में छेडखानी की घटनाओं के बारे में भी पूछा गया. कुछ युवतियों ने कहा कि इस तरह के अभियान से उन्हें रोड साइड रोमियो से निजात मिलेगी.