दिल्ली पुलिस ने नार्थ ईस्ट की गरीब लड़कियों की तस्करी करके उन्हें जबरन देह व्यापार के दलदल में धकेलने वाले दो नेपाली नागरिकों को गिरफ्तार किया है. मेघालय की रहने वाली एक लड़की शिकायत पर इस मामले की जांच कर रही पुलिस ने इन बदमाशों को पकड़ा है. इन पर 50 हजार रुपये का इनाम भी था.
पिछले साल 6 अगस्त के दिन मेघायलय की रहने वाली एक लड़की कोटला थाने पहुंची. उसने बताया कि उसे आसाम से एक महिला नौकरी का झांसा देकर दिल्ली भेजी. यहां पर उसे नेपाल के रहने वाले दो लोगों के हवाले कर दिया. उन दोनों ने कोटला के एक छोटे से घर में उसे रख दिया. उसे जबरन वेश्यावृत्ती कराया जाने लगा.
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली. इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई. पीड़िता मेघालय की रहने वाली थी और काम की तलाश में वो गोवाहाटी पहुंच गई थी. वहां उसे केबी मांडा नाम की एक महिला मिली. उसने दिल्ली में ब्यूटी पार्लर में काम दिलाने वादा करके दिल्ली ले आई.
यहां पर उसे धनराज और निखिल नेपाली के हवाले कर दिया. इन दोनो ने पीड़ित लड़की को वेश्यावृत्ती के दलदल में धकेल दिया. निखिल गरीब लड़कियों को अपने जाल में फंसा कर वेश्यावृत्ती में धकेल देता था. इस पर 50 हजार का इनाम भी था. एफआईआर दर्ज करने के 7 महीने बाद नेपाली के बारे में जानकारी मिली.
पुलिस ने निखिल और उसके साथी राम बहादुर को मुनिरका इलाके से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक, निखिल पिछले कई सालों से इस धंधे में लिप्त है. पुलिस ने केबी मांडा को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. ये नार्थ ईस्ट की उन लड़कियों को टारगेट करते हैं, जो काम की तलाश में अपने घर से दूर रहती हैं.