दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एनकाउंटर के बाद कुख्यात गैंगस्टर आशु उर्फ मुकर्रम (26) को अरेस्ट करने का दावा किया है. आशु अपने जीजा आसिफ के गैंग के साथ लूटपाट के कई मामलों में लिप्त रहा है. दो महीने पहले भी पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की थी, लेकिन वह अपने साथियों के साथ पुलिस टीम पर गोलियां चलाकर भाग निकला था.
जानकारी के मुताबिक, इस बार भी जब पुलिस टीम ने उसे घेरे में लिया तो फायरिंग कर दी. गोलियां चलाते भाग रहा था, लेकिन पहले से चौकन्ने पुलिसकर्मियों ने उसे काबू कर लिया. आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम था. मुकर्रम नंदनगरी की सुंदरनगरी कॉलोनी का रहने वाला है. उससे सेमी ऑटोमैटिक पिस्तौल, चार यूज कार्टेज और एक चोरी की बाइक रिकवर हुई है.
जॉइंट सीपी रवींद्र यादव ने बताया कि गैंग की पुलिस से 1 दिसंबर 2016 को भी मुठभेड़ हुई थी. उस दौरान गैंग के 7-8 सदस्य स्विफ्ट और होंडा सिटी कार में सवार थे. पहले फायरिंग करके एक स्विफ्ट कार लूटने की कोशिश की थी. उसके बाद एक स्कूटी लूट ली. लगातार वारदात होने पर पुलिस उनके पीछे लगी थी. पुल प्रहलादपुर में पुलिस ने आरोपियों को घेर लिया.
उन्हें पूछताछ के लिए बाहर आने को कहा, लेकिन बदमाशों ने बाहर आकर पिस्तौल निकाल ली. एक बदमाश ने फायरिंग की, उसकी आड़ में सभी जंगल और अंधेरे के बीच भाग निकले. उस केस की छानबीन में आरोपियों की पहचान आसिफ, मुकर्रम (जीजा-साले) और उनके साथी दानिश के तौर पर हुई थी. तब से क्राइम ब्रांच भी आरोपियों की तलाश में थी.
हवलदार राजीव त्यागी को मुखबिर से सूचना मिली कि आशु अपने साथियों से मिलने वाला है. डीसीपी राजेश देव और एसीपी संदीप लांबा के सुपरविजन में पुलिस टीम ने आशु को तिमारपुर में घेर लिया. एसआई विनित ने उसे रुकने का इशारा करके सरेंडर करने को कहा, लेकिन आशु पिस्तौल तानकर भागने लगा. पुलिस टीम ने पीछा करके उन्हें दबोच लिया.