एक एनआरआई परिवार काफी सालों बाद अपने देश आया था. उनका मकसद था रिश्तेदारों से मिलकर पुरानी यादों को ताजा करना और अपने खट्टे-मीठे किस्से सुनाना. मगर परिवार के मुखिया सुखजीत सिंह को इसका जरा भी अंदाजा नहीं था कि उन्हें इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ेगी.
दिल दहला देने वाली यह घटना शाहजहांपुर के बसंतपुर गांव की है. दरअसल इंग्लैंड के डर्बी में रहने वाले 33 वर्षीय सुखजीत सिंह बीते महीने परिवार के साथ अपने गांव बसंतपुर आए हुए थे. गुरूवार रात तक सब कुछ ठीक था. सुखजीत, उनकी पत्नी रमनदीप और परिवार के सभी सदस्य बातचीत करने के बाद सोने चले गए.
शुक्रवार की सुबह जब रमनदीप उठी तो उसने देखा कि उसके पास में ही पति सुखजीत की खून से सनी लाश पड़ी है. किसी ने बड़ी बेरहमी से गला रेतकर सुखजीत की हत्या कर दी थी. सुखजीत की मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया. एक एनआरआई की मौत की खबर से पुलिस भी फौरन हरकत में आ गई.
पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की. पूछताछ में पुलिस को मृतक सुखजीत की पत्नी, उसके दोस्त बिट्टू और घर के नौकर पर शक हुआ. पुलिस ने शक के आधार पर तीनों को हिरासत में ले लिया. तीनों से पूछताछ की जा रही हैं. पुलिस की माने तो रमनदीप और सुखजीत के दोस्त बिट्टू के बीच काफी अच्छी दोस्ती थी.
पुलिस उनके संबंधों की गहराई से जांच कर रही हैं. वहीं आरोपी बिट्टू पर शक की वजह यह भी थी कि वह घटना के बाद से फरार हो गया था. पुलिस का दावा है कि इस जघन्य हत्याकांड में उनके हाथ कुछ सुबूत लगे हैं. साथ ही पुलिस जल्द इस घटना को सुलझाने का दावा कर रही है.
बताते चलें कि बसंतपुर गांव में लोग मृतक सुखजीत सिंह की मिसाल दिया करते थे. 9 साल पहले सुखजीत रोजगार की तलाश में अपनी बहन के पास इंग्लैंड चला गया था. बहन के घर पर रहकर सुखजीत ने काफी संघर्ष किया और अपनी मेहनत के दम पर उसने एक ट्रक खरीद लिया.
जब किस्मत सुखजीत का साथ देने लगी तो उन्होंने गांव में रह रही अपनी मां को भी इंग्लैंड बुला लिया. गौरतलब है कि इंग्लैंड में ही सुखजीत की मुलाकात रमनदीप कौर से हुई थी. जिसके बाद दोनों ने शादी कर ली थी. दोनों के दो बच्चे भी हैं.