नोएडा थाना फेस -2 इलाके में ओला कैब ड्राइवर की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. कैब लूटकर ड्राइवर की हत्या करके फरार हुए आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला सहित पांच लोग शामिल हैं, जिन्हें जेल भेज दिया गया है.
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर कैब ड्राइवर की हत्या में प्रयुक्त हथियार, ओला कैब, सिम कार्ड, गाड़ी से संबंधित कागजात, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड और ड्राइवर से लूटे गए 670 रुपये भी बरामद किए हैं. गिरफ्तार आरोपियों में एक पर अलग-अलग थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक थाना फेस-दो से इन अभियुक्तों ने बीती 12 फरवरी को ओला कैब सिकंदराबाद जाने के लिए बुक की थी, जिसके बाद इन अभियुक्तों ने कैब ड्राइवर की हत्या करके शव को गुलावटी के पास गन्ने के खेत में फेंक दिया था.
ओला कैब को बेचने के लिए वो एटा ले गए और जब गाड़ी नहीं बिक सकी तो उसे लावारिस हालत में छोड़कर भाग आए. पुलिस को जब लावारिस गाड़ी की सूचना मिली को पुलिस ने मुखबरी और सूत्रों के आधार पर पांच अभियुक्तों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर लिया.
चालान काटने पर पुलिसवाले की पिटाई
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एक सिपाही की टैक्सी वाले ने सिर्फ इस बात पर पिटाई कर दी क्योंकि पुलिसावाले ने उसका चालान काट दिया. वारदात कमला मार्केट इलाके की है. कमला मार्केट सर्किल में सिपाही के पद पर तैनात सतीश कुमार ने बताया कि गुरुवार रात को अपनी शिप्ट पूरी करने के बाद जब वो डीटीसी बस से वापस घर जा रहे थे तो तीन लोग बस में दाखिल हुए. बस में आते ही एक शख्स ने सिपाही की तरफ आंख दिखाते हुए कहा कि ये वही पुलिसावाला है जो हमारी टैक्सी और ऑटो बंद करता है, इसे सबक सिखाना है. सिपाही ने खतरे को भांपा तो वो बस से उतर गए लेकिन तीनों ने उनका रास्ता रोका और लातों से जमकर पिटाई की.
सतीश कुमार उनसे बचकर भागे और 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को बुलाया. जब तक तीनों आरोपी मौके से भाग गए. पुलिसवाले की शिकायत पर कमला मार्केट थाने की पुलिस ने मारपीट की धारा के तहत केस दर्ज कर लिया और आरोपियों की तलाश में जुटी है.
IGNOU की छात्रा का बोरी में मिला शव
दिल्ली के सरिता विहार इलाके में पुलिस उपायुक्त कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर एक युवती का शव मिलने का मामला सामने आया है. मृतिका की पहचान निशा नाम की लड़की के रूप में हुई है. उसके शरीर पर चोट के निशान मिले हैं. छानबीन में पता चला कि वो 25 फरवरी को अपनी एक सहेली के साथ नौकरी के लिए इंटरव्यू देने की बात कह कर घर से निकली थी. सोमवार देर शाम तक घर नहीं लौटी तो परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. वह आंबेडकर नगर थाना क्षेत्र की रहने वाली थी.
वहीं इस मामले में मृतिका की दोस्त ने बताया कि वो नौकरी की तलाश में आई थी लेकिन किसी का फोन आने पर वो यह कहकर चली गई थी कि थोड़ी देर में आती हूं. पुलिस ने उसके मोबाइल नंबर की डिटेल निकाल ली है, जिसके जरिए पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है.