दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कत्ल के आरोप में 20 साल के युवक प्रेमनाथ को गिरफ्तार कर लिया. महज 20 साल की उम्र में ही प्रेमनाथ पर कत्ल का संगीन इल्जाम लगा है. प्रेमनाथ ने कैमरे पर ना सिर्फ कत्ल के इल्जाम को स्वीकार किया बल्कि उसे इस कत्ल का जरा भी अफसोस नहीं है, ये भी साफ कर दिया.
पुलिस के मुताबिक, जिस बुजुर्ग मदन मोहन का कत्ल किया गया वो एक साल पहले सरकारी नौकरी से रिटायर हुआ था. तीन साल पहले मदन की पत्नी की मौत हो गई थी. रिटायरमेंट के बाद मदन भजनपुरा इलाके में किराये के एक मकान में अकेले रहने लगा था. घर के काम के लिए उसने एक नौकरानी रखी थी.
पुलिस के मुताबिक, मदन के नौकरानी के साथ संबंध बन गए थे. धीरे-धीरे इलाके में सभी को इसकी भनक लग गई. मदन नौकरानी को काफी पैसे दिया करता था. जब ये बात नौकरानी के बेटे प्रेमनाथ को पता चली तो उसने इसका विरोध किया. प्रेमनाथ की मां ने तो बात नहीं मानी बल्कि अब मदन प्रेमनाथ के घर भी आने लगा था.
इसके बाद प्रेमनाथ ने कत्ल की साजिश रच डाली. वह 22 जुलाई के दिन मदन के घर गया, जिस दिन उसकी मां ने छुट्टी ले रखी थी. वहां उसने चुन्नी से मदन का गला दबा दिया और लाश को ठिकाने लगाने के लिए ले जाने लगा. वजन ज्यादा होने की वजह से उसने लाश को बक्से में बंदकर वहां से फरार हो गया.
केस की जांच शुरु करते ही पुलिस को मदन के नौकरानी से संबंधों के बारे में पता चला गया. पुलिस को ये भी जानकारी मिल गई कि प्रेमनाथ 22 जुलाई को मदन के घर आया था. जिसके बाद पुलिस ने प्रेमनाथ को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की तो उसने कत्ल की बात कबूल कर ली.