पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में मुर्शिदाबाद में गुरुवार को देसी बम के हमले में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई और कई घायल हो गए.
चुनाव आयोग को अब तक हिंसा और गड़बड़ियों की एक हजार से ज्यादा शिकायतें मिली है. मुर्शिदाबाद, नादिया और बर्दवान में हुई हिंसा की घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत हो गई. मुर्शिदाबाद के डोमकल में माकपा कार्यकर्ता ताहिदुल इस्लाम (30) की देसी बम के हमले में मौत हो गई.
चुनाव आयोग ने इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है. डोमकल से चुनाव लड़ रहे माकपा के अनीसुर रहमान ने आरोप लगाते हुए कहा, 'तृणमूल हार के डर से हिंसक गतिविधियों में संलिप्त हो रही है. इस्लाम की मौत इसी का नतीजा है. वह तृणमूल के गुंडों को मतदान केंद्र के अंदर जाने से रोक रहे थे.
डोमकल से तृणमूल प्रत्याशी सौमिक हुसैन ने कहा कि इस्लाम की मौत माकपा और कांग्रेस के बीच के संघर्ष का नतीजा है. डोमकल में मतदान के दौरान हुई हिंसा में कम से कम चार अन्य लोग घायल हुए हैं. पूर्व पुलिस अधिकारी नजरुल इस्लाम ने चुनाव आयोग पर जानबूझकर अक्षम रहने का आरोप लगाया है.
इस घटना में घायल हुए एक शख्स ने दावा किया, 'पिछले रात को कुछ लोगों ने मुझे वोट नहीं डालने की धमकी दी थी, लेकिन मैंने उनकी नहीं सुनी. जब मैं अपना वोट देकर वापस आ रहा था तभी मुझ पर हमला हुआ.' बर्दवान के केतुग्राम से भी हिंसा की सूचना है. वहां एक मतदान केंद्र के पास फेंके गए देशी बम से तीन घायल हो गए.