दिल्ली के जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के बाहर खुले पेशाब करने से रोकने पर हुई एक ई-रिक्शा चालक की हत्या मामले में पुलिस को 5 दिन बाद सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड शेखर को गिरफ्तार कर लिया है. शेखर ने ही अपने नाबालिग दोस्त के साथ चालक रवींद्र की हत्या की थी. पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, बीते शनिवार करीब 2 बजे जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के बाहर 2 लड़के कार से उतरे और खुले में पेशाब करने लगे. दोनों शराब के नशे में धुत्त थे. वहां खड़े एक ई-रिक्शा चालक रवींद्र ने उनकी हरकत का विरोध किया. उस वक्त वे लोग चले गए, लेकिन रात को करीब 8 बजे 20-25 साथियों के साथ वहां लौट आए.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, उन गुंडों ने रवींद्र को बेरहमी से मारा-पीटा. पत्थरों को गमछे में बांधकर हथियार की तरह इस्तेमाल किया. इतनी मार के बाद चालक ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया. इसके बाद सोमवार को पीड़ित परिवार से केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने मुलाकात की और खुद 50 हजार रुपये का चेक दिया था.
वेंकैया नायडू की सिफारिश के बाद नॉर्थ एमसीडी में मृत ई-रिक्शा चालक की पत्नी को नौकरी मिल गई है. इसकी पुष्टि दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने की. उप-राज्यपाल अनिल बैजल से भी पीड़ित को आर्थिक मदद देने को कहा गया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते हुए परिवार को 1 लाख रुपये देने का ऐलान किया है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. वेंकैया नायडू ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान प्रधानमंत्री का मिशन है. अस्वच्छता फ़ैलाने वालों को मना करने पर जिस तरह से इस वारदात को अंजाम दिया गया, ये निंदनीय है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर से फोन पर बात की थी.
इसके बाद भी पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. एक शख्स की हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. बाकी हमलावर फरार बताए जा रहे हैं. इस वारदात के बाद इलाके लोगों में गुस्सा है. रविंद्र की एक महिला पड़ोसी का तो ये कहना है कि आरोपी लड़कों को पकड़ कर लोगों के हवाले कर देना चाहिए.