यूपी के सीतापुर जिले में आदमखोर कुत्तों का आतंक जारी है. ताजा मामला खैराबाद थाना क्षेत्र के भगौतीपुर गांव का है. यहां कुत्ते ने 8 वर्षीय बच्चे पर हमला करके गंभीर रूप से घायल कर दिया है. उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बीते 12 घंटों के अंदर कुत्तों ने दो मासूम बच्चों पर हमला करके घायल किया है.
जानकारी के मुताबिक, आदमखोर कुत्तों ने अब तक करीब 12 बच्चों की जान ले ली है. बच्चों की जान जाने के बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आया है. कुत्तों को गोली मारने के साथ ही उन्हें पकड़कर उनकी नसबंदी की जा रही है. इसके बाद उन्हें जंगल में ले जाकर छोड़ दिया जा रहा है. अब तक 35 कुत्तों को पकड़ा जा चुका है.
इतना ही नहीं पुलिस ड्रोन और नाइट विजन कैमरों से इलाके में नजर रख रही है. इसके साथ ही प्रशासन ने पशु पालन विभाग की मदद से कुत्तों के आदमखोर होने पर रिसर्च भी करा रहा है. क्योंकि ये हैरानी की बात है कि लोगों के बीच रहने वाले कुत्ते कैसे आदमखोर हो गए. इसके लिए पशु पालन विभाग की टीम लखनऊ से जाएगी.
8-year-old boy severely injured after being attacked by stray dogs in Sitapur. District Magistrate,Sheetal Verma says,'12 children have been killed due to dog bites between Nov 2017 to May 2018. In last 24 hours 2 attacks have been reported, both the kids are out of danger now.' pic.twitter.com/l7fmQpYINo
— ANI UP (@ANINewsUP) May 10, 2018
बताते चलें कि पहली वारदात सीतापुर कोतवाली के गुजर ग्राम सभा के पीरपुर और बुढाना गांव में हुई. यहां आदमखोर कुत्तों ने दो बच्चों पर हमला बोल कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया. घायल बच्चों को इलाज के जिला अस्पताल में लाया गया, जहां उपचार के दौरान एक 10 वर्षीय मासूम बच्चे की मौत हो गई.
दूसरी घटना खैराबाद थाना क्षेत्र के महसिंघपुर और चौबेपुर गांव की है. यहां 6 वर्षीय गीता पर आवारा कुत्तों ने हमला बोल कर मौत के घाट उतार दिया. वहीं, चौबेपुर गांव के बाहर साइकिल से स्कूल जा रही एक किशोरी को हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. इन घटनाओं से इलाके में दहशत बानी हुई है.
सिटी मजिस्ट्रेट हर्षदेव पाण्डेय ने बताया कि आदमखोर कुत्तों से निजात पाने के लिए मथुरा से डॉग कैचर बुलाए गए हैं. उनके द्वारा अभी तक तीन दर्जन से अधिक कुत्तों को कैद किया गया है. इन आदमखोर कुत्तों को गोला गोकर्ण नाथ के जंगलों में छोड़ा जाएगा. वैसे कुत्तों के हमले से करीब 12 बच्चों की मौत हो चुकी है.
जनवरी, 2018: सीतापुर के गोविंदासराय गांव के कैलाश की 11 वर्षीय बेटी सोनम पर कुत्तों ने हमला कर दिया. बच्ची की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
21 जनवरी, 2018: गुरपलिया गांव के रहीम का 12 वर्षीय बेटा मोबीन शौच के लिए गया था. कुत्तों ने हमला कर दिया. उसकी मौत हो गई.
10 फरवरी, 2018: खुरेहटा गांव के सिद्धनाथ की सात वर्षीय बेटी शगुना शौच के लिए गई थी. आदमखोर कुत्तों के हमले में शगुना की मौत हो गई.
8 मार्च, 2018: बद्रीखेड़ा गांव के मासूक अली का बेटा अरबाज मां के साथ खेत गया था. कुत्तों के हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
16 मार्च, 2018: बद्रीखेड़ा गांव के कल्लू के दस वर्षीय बेटे को आदमखोर कुत्तों ने नोंच-नोंचकर मौत के घाट उतार दिया.
22 मार्च, 2018: नेवादा गांव के रसीद की 13 वर्षीय बेटी सानिया पर आदमखोर कुत्तों ने हमला करके उसकी जान ले ली थी.
27 अप्रैल, 2018: रहीमाबाद गांव के रोशनलाल की 10 वर्षीय बेटी सलोनी पर आदमखोर कुत्तों ने हमला कर दिया.