पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में लोन तले दबे एक व्यक्ति ने सरकार से पांच लाख रुपये का मुआवजा पाने के लिए अपनी चार साल की बेटी को नहर में डुबो दिया. इसके बाद उसने अपनी बेटी के अपहरण की झूठी शिकायत दर्ज करा दी. लेकिन उसकी साजिश पर पानी फिर गया. पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सात लाख रुपये के कर्ज तले दबे शाहबाज अहमद ने पंजाब सरकार से मुआवजा हासिल करने के लिए शाहिबा की हत्या कर देने की साजिश रच डाली. यहां से करीब 150 किलोमीटर दूर कोटला के समीप जाखर गांव के शाहबाज ने बेटी को नहर में डुबो देने के बाद पुलिस में झूठी शिकायत दर्ज कराई.
उसने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी का स्कूल जाते समय अपहरण कर लिया गया. पुलिस को रणधीर गांव के समीप नहर में लड़की का शव तैरता मिला. शव निकालने के बाद पुलिस ने कड़ाई से शाहबाज से पूछताछ की, तो उसने हत्या करने की बात कबूली कर ली. उसे लगा कि मुआवजा मिल जाएगा जो पंजाब सरकार अपहृत बच्चों के परिवारों को दे रही है.