गुजरात के मेहसाना में पाटीदार युवक की संदिग्ध हालत में मौत के आखिरकार 15 दिन बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. पाटीदार समाज लगातार युवक की मौत के मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहा है.
इससे पहले पाटीदार समाज ने तय किया था कि वह लोग मृतक युवक केतन पटेल की लाश लेकर राजभवन जाएंगे. मृतक के पिता की तबियत बिगड़ने की वजह से यह फैसला स्थगित कर उन्होंने मेहसाना में ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया. पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को भी इसमें शामिल होना था.
क्या था मामला
पाटीदार युवक केतन पटेल को पुलिस ने 500 रुपये की चोरी के आरोप में पकड़ा था. दो दिन पुलिस कस्टडी में रखने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जहां उसकी तबियत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल ले जाने से पहले ही केतन की मौत हो चुकी थी.
लाश पर मिले चोटों के निशान
परिजनों ने उसकी लाश पर चोट के निशान मिलने के बाद पुलिस पर केतन की हत्या का आरोप लगाया था. केतन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी उसके शरीर पर 39 गहरी चोटों के निशान मिलने की बात सामने आई. जिसके बाद परिजनों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की थी. परिजन इस केस में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. पिछले 15 दिनों से परिजन और पाटीदार समाज के लोग अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे हुए थे.