पटना में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जो परिवहन विभाग के फर्जी अधिकारी बनकर अवैध वसूली किया करते थे. पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस गिरफ्त में आए सभी बदमाशों से पूछताछ कर रही है.
पटना पुलिस ने परिवहन विभाग का फर्जी अधिकारी बनकर अवैध वसूली करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. यह गिरोह पिछले कई सालों से राजधानी और आसपास के इलाकों में सक्रिय था. गिरोह के सदस्य लोगों से अवैध वसूली कर बिहार सरकार को रोजाना लाखों रूपये का चूना लगा रहे थे.
पटना पुलिस को मिली खुफिया जानकारी के बाद पुलिस ने इस गिरोह पर नकेल कसने में कामयाबी हासिल की. पुलिस के मुताबिक, गिरोह के सरगना ललन उर्फ लाला ने एक फर्जी प्रदूषण केंद्र भी खोल रखा था. इस गिरोह में एक दर्जन से अधिक लोग शामिल थे. गिरोह का सरगना लाला सभी सदस्यों को मेहनताने के तौर पर हर दिन 300 रुपये देता था.
पटना के एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि गिरोह का सरगना ललन उर्फ लाला परिवहन विभाग का अधिकारी बनकर वाहन चालकों पर रौब जमाकर उनसे अवैध वसूली करता था. साथ ही आरोपी लाला वाहनों के फर्जी कागजात भी मुहैया करवाता था. इस गिरोह के तार काफी दूर तक फैले हुए थे.
एसएसपी ने बताया कि गिरोह के पास से डीटीओ ऑफिस में मिलने वाले चालान और स्टीकर भी बरामद किए गए हैं. गिरोह के सदस्यों से गहन पूछताछ की जा रही है. एसएसपी की माने तो पूछताछ के बाद इस पूरे मामले में और बड़े खुलासे की उम्मीद है. एसएसपी ने आगे बताया कि गिरोह के तीन-चार सदस्य आपराधिक प्रवृति के हैं.
यह सदस्य न केवल अवैध वसूली का काम करते थे बल्कि लूटपाट की घटनाओं को भी अंजाम दिया करते थे. पुलिस के मुताबिक, इस गिरोह ने अवैध वसूली कर काफी संपत्ति इकट्ठा कर ली थी. फिलहाल पुलिस गिरोह के सरगना लाला से उसकी संपत्ति के बारे में भी जानकारी जुटा रही है.