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पटना: नकली किताबें छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़, प्रिंटिंग प्रेस का मालिक फरार

पटना पुलिस ने शुक्रवार को सिटी इलाके में एक प्रिंटिंग प्रेस में छापा मारकर स्कूल की नकली किताबें छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया और करोड़ों रुपये की किताबें बरामद की. पुलिस ने बताया कि पिछले कई वर्षों से इस प्रिंटिंग प्रेस में धड़ल्ले से बिहार के स्कूलों में सप्लाई की जाने वाली किताबें छापी जा रही थीं और उन्हें बेचा जा रहा था.

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पटना में नकली किताबें छापने का धंधा लगातार चल रहा था (फोटो-आजतक)
पटना में नकली किताबें छापने का धंधा लगातार चल रहा था (फोटो-आजतक)

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पटना पुलिस ने शुक्रवार को सिटी इलाके में एक प्रिंटिंग प्रेस में छापा मारकर स्कूल की नकली किताबें छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया और करोड़ों रुपये की किताबें बरामद की. पुलिस ने बताया कि पिछले कई वर्षों से इस प्रिंटिंग प्रेस में धड़ल्ले से बिहार के स्कूलों में सप्लाई की जाने वाली किताबें छापी जा रही थीं और उन्हें बेचा जा रहा था.

पुलिस के मुताबिक भारती भवन प्रकाशन के सेल्स अधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि पटना से कई किताब दुकानदारों से यह शिकायत मिल रही थी कि भारती भवन प्रकाशन के नाम से स्कूल की नकली किताबें कई सालों से बेची जा रही हैं. पुलिस ने शिकायत पर अमल करते हुए जकरियारपुर में स्थित गोदाम में शुक्रवार को छापेमारी की और करोड़ों रुपये की भारती भवन प्रकाशन की नकली किताबों को बरामद किया गया.

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शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने बताया कि भारती भवन प्रकाशन की नकली किताबें इस प्रिंटिंग प्रेस में घटिया स्तर के पेपर पर बिना अनुमति के तैयार हो रही थीं. इन किताबों की कीमत वही दर्ज की जा रही थी जो कि असली किताबों की है.

पुलिस ने बताया कि घटिया पेपर पर किताबें छाप कर उसे दुगने दाम पर बाजार में बेचने से थोक विक्रेता और खुदरा विक्रेताओं को लाखों रुपये का फायदा होता था. जबकि इसका नुकसान भारती भवन प्रकाशन और दूसरी सरकारी एजेंसियों को झेलना पड़ता था.

पुलिस की छापेमारी के बाद से ही इस फर्जी प्रिंटिंग प्रेस का मालिक राजेश कुमार फरार हो गया है. फिलहाल इस प्रिंटिंग प्रेस में काम करने वाले 16 कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया है और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.

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