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बिहार: दो नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, 20 मामलों में पुलिस को थी तलाश

दो कुख्यात नक्सलियों ने सोमवार को पटना में पुलिस मुख्यालय पहुंचकर हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया. दोनों नक्सली बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले हैं.

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सांकेतिक फोटो
सांकेतिक फोटो

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दो कुख्यात नक्सली अमरनाथ साहनी और राकेश साहनी ने सोमवार को पटना में पुलिस मुख्यालय पहुंचकर हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया. दोनों नक्सली बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले हैं. अमरनाथ साहनी 50 हजार रुपए का इनामी नक्सली था, जिसने उत्तर बिहार के कई जिलों में पिछले कुछ सालों से आतंक मचा रखा था.

पुलिस के मुताबिक अमरनाथ साहनी (45) एक कुख्यात नक्सली होने के साथ-साथ जोनल कमांडर भी था, जिसकी तलाश पुलिस को कई वर्षों से थी. अमरनाथ साहनी 14 नक्सली घटनाओं में वांटेड था जबकि राकेश साहनी ( 41) छह नक्सली घटनाओं में संलिप्त था और पुलिस को उसकी तलाश थी. दोनों नक्सलियों ने सरेंडर करने के साथ ही उनके पास मौजूद हथियार, एक कार्बाइन, दो पिस्तौल, एक मैगजीन और 19 कारतूस भी पुलिस के हवाले कर दिया.

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पुलिस मुख्यालय एडीजी जितेंद्र कुमार ने बताया कि अमरनाथ साहनी का नाम साल जनवरी में वैशाली में हुए 2 किसान, रमेश झा और रंजीत कुमार सिंह की हत्या के मामले में सामने आया था. एडीजी ने बताया कि बिहार पुलिस को अमरनाथ साहनी की तलाश पिछले 5 वर्षों से थी.

पुलिस के मुताबिक दोनों नक्सली समस्तीपुर और वैशाली जिले में पिछले कुछ सालों से काफी सक्रिय रहे थे. एडीजी ने बताया कि दोनों नक्सलियों ने राज्य सरकार की वामपंथी उग्रवादियों के समर्पण से जुड़ी पुनर्वास योजना के तहत सरेंडर किया है. जिसके तहत इन्हें मुख्यधारा में जुड़कर अपना जीवन चलाने के लिए सहायता राशि और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी. बता दें कि राज्य सरकार के नक्सलियों के समर्थन से जुड़ी पुनर्वास योजना के तहत अमरनाथ साहनी को 1.5 लाख रुपये की सहायता राशि मिलेगी.

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