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ट्रेन हादसा: मुआवजे के लालच में मृतक को भाई बताने वाली नकली बहन गिरफ्तार

मुआवजे के लालच में एक महिला ने इंदौर पटना एक्सप्रेस हादसे में जान गंवाने वाले एक युवक को अपना भाई बता दिया. पुलिस पोस्टमार्टम के बाद शव को उस फर्जी बहन को सौंपने ही वाली थी कि अचानक मृत युवक का पिता पहुंच गया. उसने युवक का परिचय पत्र दिखाया. इस पर पुलिस ने फर्जी बहन बनकर आई महिला को गिरफ्तार कर लिया.

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पोस्टमार्टम हाउस के डॉक्टरों को हुआ शक
पोस्टमार्टम हाउस के डॉक्टरों को हुआ शक

मुआवजे के लालच में एक महिला ने इंदौर पटना एक्सप्रेस हादसे में जान गंवाने वाले एक युवक को अपना भाई बता दिया. पुलिस पोस्टमार्टम के बाद शव को उस फर्जी बहन को सौंपने ही वाली थी कि अचानक मृत युवक का पिता पहुंच गया. उसने युवक का परिचय पत्र दिखाया. इस पर पुलिस ने फर्जी बहन बनकर आई महिला को गिरफ्तार कर लिया.

कानपुर देहात के माती जिला अस्पताल में हुई इस घटना में पुलिस ने सावधानी बरतते हुए फर्जी बहन बनकर आई महिला, युवक का शव लेने आए पिता और मृत युवक का डीएनए नमूना सुरक्षित रख लिया है. पुलिस उपाधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि पोस्टमार्टम हाउस में शवों की शिनाख्त का काम चल रहा था. इसी बीच मंगलवार को एक महिला आई.

उसने अपना नाम प्रीति निवासी पटना बताया. उसने एक युवक के शव को अपने भाई राहुल का शव बताया. पुलिस पोस्टमार्टम के बाद शव उस महिला को देने की तैयारी करने लगी. महिला बार-बार पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों से पूछ रही थी कि उसके भाई का मुआवजा कब मिलेगा. इस पर वहां तैनात डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ को इस महिला पर कुछ शक हुआ.

मेडिकल स्टाफ ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने महिला से पूछताछ की तो वह अपना पता अलग-अलग बताने लगी. जब उससे उसका परिचय पत्र मांगा गया तो वह नहीं दे पाई. तभी चंदौली जिले के रहने वाले दीना विश्वकर्मा अपने कुछ परिजनों के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. उन्होंने युवक के शव की पहचान अपने बेटे रिशू विश्वकर्मा के रूप में की.

उन्होंने बताया कि उनका बेटा ट्रेन में ठेके पर सफाई का काम करता था. रविवार को इंदौर पटना एक्सप्रेस से आ रहा था. रविवार को दुर्घटना की जानकारी के बाद उन्होंने अपने बेटे का इंतजार किया और बाद में वह यहां जानकारी लेने आ. दीना विश्वकर्मा ने शव की पहचान भी की तथा उसका परिचय पत्र भी दिखाया. तब पुलिस को यकीन हो गया कि मृतक उसका ही बेटा है.

पुलिस ने फर्जी बहन से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना नाम आलिया परवीन बताया. अपनी उम्र करीब 45 साल और खुद को बनारस के गोदौलिया की रहने वाली बताया. महिला को गिरफ्तार कर अकबरपुर पुलिस थाने में उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. उससे उसके अन्य साथियों के बारे में पूछताछ की जा रही है. इस मामले की व्यापक जांच की जा रही है.

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