नोटबंदी के बाद सबसे ज्यादा मांग छोटे नोटों की हो रही है. इसी बात का फायदा उठाकर मध्य प्रदेश में नकली नोट बनाने वाले एक गिरोह ने 100 के नोट के तकरीबन 2 लाख रुपये के नकली नोट छाप दिए. इससे पहले कि गिरोह के सदस्य अपने मंसूबों मे कामयाब हो पाते, पुलिस ने उन्हें धर दबोचा.
मामला मध्यप्रदेश के ग्वालियर का है, जहां पुलिस ने 4 लोगों को 1 लाख 82 हजार रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, ग्वालियर पुलिस ने आशुतोष नाम के एक शख्स को नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था. पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी के तीन अन्य साथी 100 के नोटों की बढ़ती मांग को देखते हुए नकली नोट छाप रहे हैं.
दरअसल आशुतोष को नकली नोट के ट्रायल के लिए भेजा गया था, लेकिन दुकानदार की समझदारी से वह पहली बार में ही पकड़ा गया. दुकानदार को नोट के रंग पर शक हुआ तो उसने पुलिस को बुलाकर आशुतोष को पकड़वा दिया. जिसके बाद गिरोह का भंडाफोड़ हो गया. पुलिस ने आशुतोष के तीनों साथी पवन, बबलू और मोतीलाल को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों में से एक फोटोग्राफर है. कथित आरोपी को रंगों की अच्छी पहचान है, इसीलिए नोट स्कैन करके उसका प्रिंट निकालने का काम उसे ही सौंपा गया था. पुलिस ने आरोपियों के पास से स्कैनर, प्रिंटर, इंक, कटर समेत काफी सामान बरामद किया है. पुलिस की माने तो एटीएम से बड़े नोट निकलने के कारण 500 और 100 के नोटों की मार्केट में काफी डिमांड है.
गिरोह के सदस्यों ने इसीलिए 100 रुपये के नोट को चुना था, जिसपर ज्यादातर लोगों का ध्यान कम ही जाता है. गौरतलब है कि नोटबंदी लागू होने के बाद से एमपी में नकली नोट की यह दूसरी बड़ी खेप पकड़ी गई है. बीते हफ्ते शहडोल में पुलिस ने 2000 रुपये के नकली नोटों के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था. उनके पास से भी पुलिस ने स्कैनर और प्रिंटर बरामद किए थे.