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पुलिस हिरासत में युवक की मौत के बाद दरोगा निलंबित

झारखंड में पुलिस हिरासत में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपी दरोगा और एसपी को हटाने की मांग की है. हालांकि घटना की खबर फैलते ही आरोपी दरोगा को निलंबित कर दिया गया है.

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पुलिस हिरासत में युवक की मौत
पुलिस हिरासत में युवक की मौत

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झारखंड में पुलिस हिरासत में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपी दरोगा और एसपी को हटाने की मांग की है. हालांकि घटना की खबर फैलते ही आरोपी दरोगा को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

घटना झारखंड के दिघारी गांव की है. मृतक युवक का नाम मिनहाज अंसारी था. दरअसल व्हाट्सएप पर प्रतिबंधित मांस की तस्वीर शेयर करने के बाद मिनहाज को 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस हिरासत में मिनहाज की हालत बिगड़ी तो उसे पहले जामताड़ा और फिर धनबाद के पीएमसीएच में दाखिल करवाया गया.

इलाज के दौरान ही मिनहाज की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीणों ने मिनहाज की मौत के लिए दरोगा हरीश पाठक और एसपी को जिम्मेदार ठहराया. ग्रामीणों का कहना है कि मिनहाज की मौत के मामले मे आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज हो.

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मामले के तूल पकड़ते ही एसपी ने दरोगा हरीश पाठक को निलंबित कर दिया. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. बता दें कि यह मामला मुख्यमंत्री दफ्तर तक भी पहुंचा. जिसके बाद राज्य के मुखिया रघुवर दास ने पीड़ित परिवार को दो लाख रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की.

साथ ही मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मामले की जांच जारी है और जो भी इस घटना का जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय विधायक ने मिनहाज की मौत को हत्या करार दिया. उन्होंने मिनहाज की मौत के लिए दरोगा हरीश पाठक को जिम्मेदार ठहराया और आरोपी दरोगा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.

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