यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार में पुलिसवालों पर लगातार हमले हो रहे हैं. ताजा मामला आगरा का है. यहां थाना सदर इलाके में गश्त कर रहे एक सिपाही को कार सवार बदमाशों ने गोली मार दी. इसके बाद बदमाश फरार हो गए. घायल सिपाही दिनेश को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस बदमाशों की तलाश कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, ताज रोड पर देर रात कमिश्नर आवास के पास गश्त कर रहे सिपाहियों ने एक कार को रोक कर तलाशी लेनी चाही, लेकिन बदमाशों ने कार की रफ्तार तेज कर दी. पुलिसवालों ने कार का पीछा किया, तो बदमाशो ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इसमें एक गोली सिपाही दिनेश की जांघ में लग गई. इसके बाद हमलावर फरार हो गए.
इसके बाद पुलिसकर्मियों ने घायल सिपाही दिनेश को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया. वहां पर उसका इलाज चल रहा है. उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. इस पूरे मामले पर एसएसपी डॉ. प्रीतिन्दर सिंह ने बताया कि घटना के तुरंत बाद पुलिस कई टीमें बदमाशों की तलाश कर रही है. पूरे शहर की सीमा को सील कर दिया गया है.
पुलिस को निशाना बना रहे अपराधी
बताते चलें कि यूपी में कानून व्यवस्था का बुरा हाल हो रहा है. अपराधी पुलिस को ही निशाना बना रहे हैं. विधानसभा में पेश हुई एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक़ अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा सरकार के चार साल के कार्यकाल में पुलिस पर एक हजार से ज्यादा हमले हो चुके हैं. मायावती के शासनकाल में ऐसे हमलों की संख्या 547 थी.
मायावती शासनकाल से दोगुना हमले
विधानसभा में पेश की गई रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश सरकार में 2012-13 में 202, 2013-14 में 264, 2014-15 में 300 और 2015-16 में 278 बार हमले किए हुए हैं. कुल मिलाकर सपा शासनकाल में अब तक पुलिस को 1044 बार निशाना बनाया गया है, जो मायावती के शासनकाल से करीब दोगुना है.