दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी के सरकारी आवास पर रविवार को हुए हमले की घटना में दिल्ली पुलिस के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है. पीसीआर में तैनात एएसआई कैलाश चंद को सीसीटीवी वीडियो में मनोज तिवारी के आवास पर देखा गया. वह हमलावरों को रोक सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एएसआई कैलाश चंद के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए गए हैं. यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है. इस वीडियो में एएसआई कैलाश चंद को घटना के बाद मनोज तिवारी के घर में घुसते और बाहर निकलते हुए देखा जा सकता है. लेकिन उनकी तरफ से न तो कोई कार्रवाई हुई न ही सूचना दी गई.
बताते चलें कि सांसद मनोज तिवारी ने अपने घर पर हुए हमले के बाद दावा किया था कि बदमाश उन्हें मारने के इरादे से आए थे. हमलावर ट्रक से उतरकर उनके घर में बेडरूम तक घुस आए थे. उन्होंने इस मामले में गृहमंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बातचीत की थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने अपना बयान भी बदल दिया था.
स्पेशल सीपी मुकेश मीणा ने बताया था कि सांसद मनोज तिवारी के घर पर हुआ हमला केवल साधारण रोड रेज की घटना नहीं हो सकती. यह सांसद के खिलाफ एक साजिश का नतीजा हो सकता है. पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है. मनोज तिवारी के घर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
बताते चलें कि 30 अप्रैल और 1 मई की दरमियानी रात मनोज तिवारी के घर के बाहर हलचल हुई. सीसीटीवी में कैद तस्वीरों में दिख रहा है कि एक शख्स घर के गेट की ओर आ रहा है. देखते ही देखते घर की ओर आने वाले लोगों की संख्या बढ़ जाती है. इसके बाद गेट पर खड़े शख्स के साथ मारपीट शुरू हो जाती है. हमले वक्त मनोज मौजूद नहीं थे.