बिहार के चर्चित टॉपर कांड के मुख्य आरोपी बच्चा राय को आखिरकार पुलिस ने वैशाली से ही गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि वह खुद ही आत्मसर्मपण करने आया था. पुलिस बच्चा राय की शिद्दत से तलाश कर रही थी. बच्चा राय विशुन राय कॉलेज का प्रिंसिपल है.
वैशाली में हुआ गिरफ्तारबच्चा ने कहा 'निर्दोष हूं'
गिरफ्तार किए जाने के बाद टॉपर कांड के मुख्य आरोपी अमित उर्फ बच्चा राय ने कहा कि वो बेकसूर है. उसने कहा कि लारकेश्वर का इस मामले से कोई संबंध नहीं है.
टॉपर बनाने के लिए लेता था 1 से 2 लाख रुपये
बच्चा राय के कारनामों से वैशाली के लोग तंग आ चुके थे. वह कहते हैं, 'बच्चा राय छात्रों को टॉप करवाने के लिए अनाप-शनाप रकम वसूलता था. वह इसके लिए 1 लाख से 2 लाख रुपये तक लेता था.'
'मार्कशीट और सर्टिफिकेट के लिए भी लेता था पैसे'
आरजेडी विधायक ने कहा था कि 'कई बार बच्चा राय बच्चों को मार्कशीट और सर्टिफिकेट नहीं देता था और इसके एवज में खूब बड़ी रकम वसूलता था. अगर कोई छात्र किसी की पैरवी पर आता तो भी बच्चा राय उससे एक्स्ट्रा पैसे चार्ज करता था.' हमें कई छात्रों और अभिभावकों से शिकायत मिली कि बच्चा राय उनकी मार्कशीट और सर्टिफिकेट नहीं दे रहा है.
'बच्चा राय से आरजेडी का कोई रिश्ता नहीं'
आरेजेडी विधायक सुबोध राय ने इसके साथ ही उन दावों को खारिज किया, जिसमें कहा गया कि बच्चा राय पूर्व में आरजेडी का नेता रह चुका है. उन्होंने कहा, 'उसका आरजेडी से कोई संबंध नहीं रहा है. ना ही आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से ही कोई लिंक है.'