गुड़गांव में बीते 23 जून को हुए प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों ने खुलासा किया कि सात साल पहले हुई मारपीट का बदला लेने के लिए उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया था.
क्या था मामला
2010 में आरोपी अर्जुन और सन्नी उर्फ शशिकांत का गुड़गांव के प्रॉपर्टी डीलर नरेंद्र कटारिया से किसी बात पर झगड़ा हुआ था. उस समय नरेंद्र और उसके साथियों ने दोनों की जमकर पिटाई की थी. तभी से अर्जुन और सन्नी नरेंद्र से बदला लेने की फिराक में थे. इसी बीच सन्नी किसी मामले में जेल चला गया.
जेल से बाहर आते ही रची साजिश
बीती 30 मई को सन्नी जेल से छूटा था. बाहर आते ही सन्नी अपने साथी अर्जुन से मिला और नरेंद्र की हत्या की साजिश रच डाली. दोनों ने नरेंद्र पर नजर रखना शुरू कर दिया. 23 जून की रात नरेंद्र बैडमिंटन खेलकर अपने घर लौट रहा था. जैसे ही नरेंद्र अपनी गाड़ी तक पहुंचा, दोनों आरोपियों ने दो अन्य शार्प शूटर के साथ मिलकर नरेंद्र पर 20 राउंड गोलियां चलाईं.
नरेंद्र को 7 गोलियां लगीं थीं
नरेंद्र को सात गोलियां लगीं थीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. वारदात के बाद पुलिस कमिश्नर ने आरोपियों को पकड़ने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया. स्पेशल टीम को जल्द ही इस मामले में कामयाबी मिली और दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल पिस्टल भी बरामद हुई है. वारदात में शामिल दोनों शार्प शूटर फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है.