पुणे के जाने माने बिल्डर डीएस कुलकर्णी और उनकी पत्नी हेमंती कुलकर्णी को दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया गया है. बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा दो दिन पहले गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देने से इनकार किए जाने के बाद इस फ्रॉड कारोबारी दंपति को गिरफ्तार किया गया है. उन पर तकरीबन 2,000 डिपोजिटर्स का 285 करोड़ रुपये हड़पने का आरोप है.
इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) ने कुलकर्णी दंपति के खिलाफ केस दर्ज कर रखा है. EOW के ACP निलेश मोरे ने आजतक को बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में दिल्ली पुलिस की मदद से कुलकर्णी दंपति को गिरफ्तार किया जा सका है.
कुलकर्णी दंपति और उनके बेटे शिरीष कुलकर्णी के खिलाफ अक्टूबर, 2017 में मुंबई के शिवाजी नगर पुलिस थाने में डिपोजिटर्स को गुमराह करने और उनका पैसा हड़पने का केस दर्ज किया गया था. पुणे जिला अदालत द्वारा जमानत अर्जी खारिज होने के बाद कुलकर्णी दंपति ने मुंबई हाईकोर्ट में अपील की थी.
नवंबर 2017 में कुलकर्णी दंपति ने अदालत को डिपोजिटर्स का सारा पैसा वापस लौटाने का आश्वासन दिया था. साथ ही कोर्ट रजिस्ट्री में 15 दिन के भीतर 50 करोड़ रुपये जमा करने का भी वादा किया था. कुलकर्णी दंपति के आश्वासन पर कोर्ट ने उन्हें गिरफ्तारी से अंतरिम राहत दे दी थी.
हालांकि अब तक उन्होंने अदालत में एक भी रुपया जमा नहीं करवाया है. गुरुवार को सरकारी वकील ने मुंबई हाईकोर्ट को बताया कि आरोपी कुलकर्णी जिस जमीन के बलबूते बुलढाणा अर्बन कोऑपरेटिव बैंक से 100 करोड़ रुपए अदालत में जमा करवाने का आश्वासन दे रहे हैं, वह जमीन दूसरे बैंक में पहले से ही गिरवी है.
इस पर मुंबई हाईकोर्ट ने कुलकर्णी को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया. पुलिस सूत्रों ने मिली जानकारी के मुताबिक कुलकर्णी दंपति को शनिवार को पुणे की अदालत में पेश किया जाएगा.