पंजाब पुलिस को ड्रग्स तस्करों के एक गिरोह का पर्दाफाश करने में कामयाबी मिली है. पुलिस ने पंजाब में ड्रग्स की सप्लाई करने वाली एक विदेशी महिला को गिरफ्तार किया है. विदेशी महिला ड्रग्स तस्कर की गिरफ्तारी के साथ ही पंजाब में ड्रग्स के कारोबार के नए मॉड्यूल का भी खुलासा हुआ है.
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह पहले ड्रग्स को दवा के कैप्सूल में भर देता था और उसके बाद कैप्सूल्स को मछली के पेट में छिपाकर पंजाब लाया जाता था. पंजाब पुलिस ने काउंटर इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट के साथ मिलकर इस गिरोह का पर्दाफाश किया.
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार महिला का नाम रोसेट्टे नामूटेबी है. महिला के पास से पुलिस ने 1.5 किलो हेरोइन बरामद की है. पंजाब में लगातार सक्रिय इस ड्रग्स तस्करी गिरोह का पर्दाफाश जालंधर में आईजी जोनल अर्पित शुक्ला ने की.
पंजाब में नशे का कारोबार इस कदर बढ़ता जा रहा है कि जहां एक तरफ पुलिस इसे रोकने के लिए अलग-अलग कदम उठा रही है वहीं दूसरी तरफ नशा तस्कर भी नई से नई तकनीक का इस्तेमाल करने में लगे हुए हैं.
पंजाब पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार नाइजीरियन महिला दिल्ली से पंजाब के अलग-अलग जगहों पर हेरोइन की सप्लाई करती थी और 2017 से नशे के इस कारोबार में लगी हुई थी. फिलहाल महिला तस्कर को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है.
IG अर्पित शुक्ला ने बताया कि इस महिला को जगराओं मोगा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गिरफ्तार किया गया, जब यह मछलियों में भरकर हेरोइन की सप्लाई मोगा में देने जा रही थी. उनके अनुसार इस पूरे गिरोह का सरगना नाभा जेल में बंद है, जो जेल से ही इस गिरोह को ऑपरेट कर रहा था.
पुलिस ने बताया कि दिखाने के लिए तो इस गिरोह के सदस्य कुरियर का काम करते थे, लेकिन कुरियर सेवा की आड़ में यह गिरोह पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में ड्रग्स सप्लाई का काम करता था.
पुलिस के मुताबिक, हर कंसाइनमेंट का 2 से 3 लाख रुपये लिया जाता था. आईजी अर्पित शुक्ला के अनुसार राजू नाम का शख्स, जो नाभा जेल में बंद है, गिरोह के सदस्यों को कंसाइनमेंट पहुंचाने की जगह बताया था.
पुलिस के मुताबिक, ड्रग्स के इस कारोबार में गिरोह के और भी सदस्य शामिल हैं, जिनमें पुरुष ही नहीं महिलाएं भी हैं. इस गिरोह में भी मनप्रीत नाम की एक महिला इस विदेशी युवती को होरोइन का कन्साइनमेंट देती थी.