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पाकिस्तानी ड्रोन के हथियार सप्लाई करने के ठिकाने पर पहुंची एनआईए की टीम, नहर में तलाशी

पंजाब पुलिस और एनआईए की टीम ने तरनतारन में सर्च अभियान चलाया. टीम के साथ 12 से 15 गोताखोर भी आए. हालांकि मामला अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क से जुड़ा होने के कारण मामले की कार्रवाई को गोपनीय रखा जा रहा है.

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एनआईए की टीम तरनतारप पहुंचकर तलाशी अभियान चला रही है.
एनआईए की टीम तरनतारप पहुंचकर तलाशी अभियान चला रही है.

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  • अधिकारी बोले- यह एनआईए और पंजाब पुलिस का रूटीन सर्च
  • एनआईए की टीम के साथ 12 से 15 गोताखोर भी रहे मौजूद

पंजाब पुलिस की टीम और चंडीगढ़ से आई एनआईए की टीम ने गुरुवार को तरनतारन के छब्बाल के नजदीक स्थानीय नहर में सर्च अभियान चलाया. टीम के साथ आए 12 से 15 गोताखोर इस नहर के पास सुबह से ही सर्च अभियान चला रहे हैं. हालांकि एनआईए की टीम के आने की किसी भी उच्च अधिकारी ने पुष्टि नहीं की. इसे सिर्फ रूटीन सर्च बताया जा रहा है.

यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क से जुड़ा होने के कारण आतंकियों से पूछताछ को लेकर सर्च अभियान की सभी बातों को गोपनीय रखा जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक एनआईए की टीम लगातार तरनतारन के विभिन्न स्थानों पर छापामारी कर रही है, लेकिन आधिकारिक रूप से कोई भी एनआईए की टीम के सर्च अभियान करने की पुष्टि नहीं कर रहा है.

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क्यों चलाया जा रहा तलाशी अभियान

पंजाब पुलिस की टीम पकड़े गए आतंकी आकाशदीप को साथ में लेकर उसकी निशानदेही पर सर्च अभियान चला रही है. तरनतारन के चोहला साहिब में आतंकवादियों ने ड्रोन के जरिए हथियार मंगवाया था और फिर ड्रोन को नष्ट कर दिया गया था. अब वहां एनआईए की टीम पहुंचकर जांच कर रही है. यहां चावल की मिल पिछले 10 वर्षों से बन्द पड़ी है. सूत्रों के मुताबिक इसी जगह पर आतंकवादियों ने ड्रोन को नष्ट किया था. जांच एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि पिछले दिनों आतंकवादियों द्वारा पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार मंगवाए गए थे.

अब तक 6 आतंकी हो चुके हैं गिरफ्तार

आपको बता दें कि तरनतारन मामले में अब तक 6 आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है . पंजाब की स्टेट आपरेशन सेल ने जर्मनी में बैठे हुए गुरमीत सिंह उर्फ बग्गा उर्फ डॉक्टर के भाई को भी गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी जालंधर से हुई है. गिरफ्तार आतंकियों ने पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया कि कश्मीर में हथियार नहीं पहुंचाए जाने की एवज में आतंकियों को दिल्ली या पंजाब में बड़े हमले का आदेश दिया गया था.

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