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राजस्थान: पिता की 22 साल पहले हुई थी हत्या, जान लेकर बेटों ने लिया बदला

गिरफ्तार किए गए तीन भाइयों में से एक पुलिस विभाग में सिपाही है, तो एक भारतीय नौसेना में कार्यरत है. पुलिस तीनों से पूछताछ कर रही है.

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पुलिस कस्टडी में हत्यारोपी
पुलिस कस्टडी में हत्यारोपी

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  • राजस्थान के अलवर जिले की वारदात
  • हत्यारोपी की गोली मारकर कर दी हत्या
  • हत्या के आरोप में 3 सगे भाई गिरफ्तार

राजस्थान के अलवर जिले में एक हिस्ट्रीशीटर की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि तीनों ने 22 साल पहले हुई अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक की गोली मारकर हत्या कर दी.

हत्या के उस मामले में रज्जाक आरोपी था. टपुकड़ा थाने की पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए तीन भाइयों में से एक पुलिस विभाग में सिपाही है, तो एक भारतीय नौसेना में कार्यरत है. पुलिस तीनों से पूछताछ कर रही है.

सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान

टपूकड़ा थाना प्रभारी राजीव डूडी ने कहा कि कि घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने हत्यारों की तलाश में उनके आने-जाने के तमाम रास्तों की सीसीटीवी फुटेज जुटाई. इसमें संदिग्धों के चेहरों की पहचान हुई. उन्होंने कहा कि इसके बाद आरोपी नौसेना के जवान बिलालदीन एवं पुलिस कांस्टेबल साकिर पुत्र अब्दुल रहमान को अब्दुल रज्जाक पर फायरिंग और हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. थाना प्रभारी ने कहा कि तीसरे भाई कुतबुद्दीन को सहयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.

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दशकों पुरानी है रंजिश

मृतक अब्दुल रज्जाक के परिवार और आरोपियों के परिवार के बीच रंजिश दशकों पुरानी है. दोनों परिवारों के बीच लगभग 40 वर्ष से रंजिश चली आ रही है. दोनों परिवार एक ही गांव में रहते हैं. घटनाक्रम के मुताबिक 1983 में अब्दुल रज्जाक के पिता पर प्राण घातक हमला हुआ था. इसमें अब्दुल रहमान आरोपी थे. तब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था. 11 सितम्बर 1997 को अब्दुल रज्जाक और उसके भाईयों ने अब्दुल रहमान पर हमला कर दिया. अगले दिन रहमान की मौत हो गई थी.

20 अगस्त को हुई थी हत्या

गौरतलब है कि हिस्ट्रीशीटर रज्जाक की 20 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. रज्जाक को आधा दर्जन गोलियां मारी गई थीं. हत्या उस समय की गई थी, जब रज्जाक पेट्रोल पंप के पास अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ बैठा था.

बाइक सवार हथियारबंद युवकों ने उस पर अंधाधुंध फायरिंग की और भाग गए. अब्दुल रज्जाक की मौके पर ही मौत हो गई थी. घटना को लेकर अब्दुल रज्जाक के भाई रत्ती मोहम्मद ने 6 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था.

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