राजस्थान के लक्ष्मणगढ़ में एक महिला ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. लक्ष्मणगढ़ थाना पुलिस और जांच अधिकारी डीएसपी ओमप्रकाश मीणा पर दलित महिला ने गैंगरेप मामले में आरोपियों को बचाने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. दरअसल, दलित महिला ने 7 सितंबर को 5 लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज करवाया था. मामले में तीन आरोपी नामजद हैं जबकि अन्य दो के नाम पीड़िता नहीं जानती.
पीड़िता ने एफआईआर में आरोप लगाया था कि 5 सितंबर की रात को आरोपी उसे जबरन उठाकर एक पहाड़ पर ले गए और उसके साथ गैंगरेप किया. महिला का यह भी आरोप है कि गैंगरेप का वीडियो बनाकर उसे वायरल करने की धमकी भी दी गई. साथ ही पीड़ित महिला और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी गई. पुलिस ने 7 सितंबर को मामला दर्ज होने के बाद एक आरोपी लोकेश को गिरफ्तार कर लिया था.
महिला ने एफआईआर में लोकेश, जितेंद्र ओर योगेश के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया था. वहीं पीड़िता ने अलवर एसपी ऑफिस पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई और लक्ष्मणगढ़ पुलिस ओर जांच अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए.
इस मामले में पुलिस पर पीड़िता ने आरोप लगाया है कि पुलिस सिर्फ एक आरोपी को गिरफ्तार कर अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के बजाए उनसे सौदेबाजी कर रही है. आरोपी उन पर राजीनामा का दबाव बना कर धमकियां दी रहे हैं. पीड़िता न्याय की गुहार लेकर अलवर पहुंची. महिला ने एएसपी मुख्यालय पुष्पेंद्र सोलंकी को ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाई.
एएसपी पुष्पेंद्र सोलंकी ने बताया कि अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक दलित विवाहित महिला से गैंगरेप के मामले में डीएसपी लक्ष्मणगढ़ जांच कर रहे हैं. एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जांच जारी है.