राजस्थान की अलवर पुलिस ने सोमवार को बहरोड़ पुलिस थाना लॉकअप ब्रेक कांड में तीन इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इन तीनों बदमाशों पर पपला उर्फ विक्रम गुर्जर के फरार होने में हाथ होने का आरोप है. यह तीन, चंद्रपाल, प्रशांत और अकाश यादव हैं जिनके ऊपर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया था.
राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने अब तक 16 लोगों को बहरोड़ पुलिस थाना कांड में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इससे पहले राजस्थान के अलवर जिले के बहरोड़ थाने में पुलिस के लिए हुए शर्मनाक घटनाक्रम के बाद पुलिसकर्मियों पर इसकी गाज गिरी.
बहरोड़ थाने में कुख्यात बदमाश पपला को छुड़ाने के लिए आए लगभग दो दर्जन बदमाशों द्वारा दिए गए घटनाक्रम को अंजाम के बाद फायरिंग मामले में दो हेड कॉन्स्टेबल को बर्खास्त कर दिया गया है और थाने का स्टाफ लाइन हाजिर कर नए पुलिसकर्मी लगाए गए हैं. अलवर जिले के बहरोड़ थाने में लगभग दो दर्जन बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर थाने में बंद अपने साथी विक्रम उर्फ पपला को छुड़ाने की घटना को अंजाम दिया था, जिसके बाद से अलवर पुलिस में हड़कंप मच चुका था.
इस पूरे मामले में प्रारंभिक जांच के बाद दो हेड कॉन्स्टेबल को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है जबकि एक पुलिस उप अधीक्षक, एक थानाधिकारी, एक हेड कांस्टेबल एवं एक कांस्टेबल को निलंबित किया गया है. सेवा से बर्खास्त किए जाने वाले हेड कांस्टेबल का नाम है राम अवतार एवं हेड कांस्टेबल विजयपाल है.
इस मामले में जिन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है वह हैं पूर्व में वित्त अधिकारी रहे जनेश सिंह तवर, थानाधिकारी सुगंध सिंह, हेड कांस्टेबल सुनील एवं कॉन्स्टेबल कृष्ण कुमार व्रत अधिकारी रामजीलाल को एपीओ किया गया है. इसके अलावा बहरोड़ थाना इलाके के 69 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है और उनकी जगह अन्य पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.