झारखंड की रांची पुलिस का संवेदनहीन चेहरा एक बार फिर सामने आया है. जहां सड़क दुर्घटना में घायल हुए एक शख्स को पुलिसवालों ने अस्पताल पहुंचाने के बजाय सड़क किनारे फेंक दिया. पुलिसवालों की यह करतूत वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.
दरअसल, बीती रात रांची के चुटिया निवासी शंकर नायक का स्कूटर रांची रेलवे स्टेशन के सामने डिवाइडर से टकरा गया. जिसकी वजह से वह गंभीर रूप से घायल हो गए. सूचना मिलने पर पुलिस की 21 नंबर पीसीआर वैन मौके पर पहुंच गई. और उसमें सवार पुलिसकर्मियों ने मानवता को ताक पर रखते हुए बेहोश हो चुके शंकर को सड़क के किनारे फेंक दिया.
पूरी घटना स्टेशन में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई. पूरी रात घायल वहीं पड़ा रहा. सुबह के वक़्त जब जीआरपी के एएसआई वहां पहुंचे तो उन्हें इसकी जानकारी मिली. उन्होंने रेलवे के डॉक्टर को बुलाकर शंकर का प्राथमिक उपचार कराया. मगर यहां भी शंकर के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया.
उसे एम्बुलेंस में भेजने के बजाय एक ऑटो में पैरों तले डाल कर रिम्स भेजा गया. फिलहाल हादसे के बाद शंकर कोमा में है. उसकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है. पूरी घटना का सबसे दर्दनाक पहलु यह है कि शहर के कई बड़े अस्पताल घटनास्थल में महज कुछ मीटर की दूरी पर हैं लेकिन फिर भी घायल शंकर सात घंटे तक सड़क के किनारे पड़ा रहा.
पुलिस महज कागजी कार्रवाई कर चलती बनी. मगर उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया. कम से कम शंकर के पास मौजूद मोबाइल से उसके घरवालों को खबर की जा सकती थी, लेकिन पुलिसवालों ने ऐसा भी नहीं किया. सीसीटीवी ऑपरेटर भी संवेदनहीन बने रहे.