प्रसारक संपादक संघ (बीईए) ने न्यूज चैनलों को दिल्ली के सामूहिक बलात्कार कांड की पीड़िता के अंतिम संस्कार का कवरेज से दूर रहने को कहा है ताकि दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार की निजता का सम्मान हो.
संघ ने यह सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं कि पीड़िता के परिवार की निजता का सम्मान हो. एबीपी न्यूज के संपादक शाजी जमां संघ के अध्यक्ष हैं और कई प्रमुख राष्ट्रीय टीवी खबरिया चैनलों के संपादक उसके सदस्य हैं.
अपने दिशानिर्देश में संघ ने खबरिया चैनलों से अंतिम संस्कार का कोई भी दृश्य या यहां तक कि शोकसंतप्त परिवार एवं उसके घर का शॉट भी नहीं दिखाने को कहा है. चैनलों से पीड़िता के किसी भी रिश्तेदार के साक्षात्कार भी नहीं प्रसारित करने के लिये कहा गया है.
बीईए ने कहा कि बस शव के लाये जाने और अंतिम संस्कार की सूचना दी जा सकती है लेकिन अंतिम संस्कार का स्थल सार्वजनिक नहीं किया जाए. उसने चैनलों से शव के लाये जाने का शॉट नहीं दिखाने तथा शवयात्रा का पीछा नहीं करने को कहा है.
जब इस संबंध में बीईए महासचिव एन के सिंह से बात की गयी तब उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि खबरिया चैनलों को अंतिम संस्कार का कवरेज नहीं करने को कहा गया है.
सिंह ने कहा कि लड़की और उसके परिवार की पहचान, मर्यादा एवं निजता की रक्षा की जरूरत को ध्यान में रखकर बीईए ने चैनलों से अंतिम संस्कार का कवरेज नहीं करने और उसका कोई भी दृश्य नहीं दिखाने को कहा है.
दक्षिण दिल्ली में 16 दिसंबर को छह व्यक्तियों द्वारा सामूहिक बलात्कार किये जाने के बाद पीड़िता ने शनिवार तड़के सिंगापुर के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली.