झारखण्ड के नक्सलग्रस्त सराईकेला-खरसावां जिले में नक्सलियों ने कुचाई इलाके में पांच सौ और हजार रुपये के नोट बदलवाने से इंकार करने पर एक नर्सिंग होम के संचालक की हत्या कर दी. अत्याधुनिक हथियारों से लैस 35 से 40 नक्सलियों ने उनकी बोलेरो गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया. वारदात को अंजाम देकर नक्सली फरार हो गए.
पुलिस के मुताबिक सराईकेला-खरसावां जिले के कुचाई इलाके में डॉक्टर योगेश मिश्रा का साईं नर्सिंग होम है. बीती रात योगेश अपनी नर्स के साथ बोलेरो से उसके गांव जा रहे थे. रास्ते में एक सुनसान जगह पर नक्सलियों ने उन्हें घेर लिया और दोनों की आंखों में पट्टी बांधकर उन्हें जंगल में ले गए. नक्सलियों ने नर्स को कुछ देर बाद छोड़ दिया.
नक्सलियों के चंगुल से छुटी नर्स वहां से भागकर नर्सिंग होम पहुंची और तुरंत इस घटना की जानकारी पुलिस को दी. रात होने की वजह से पुलिस सुबह घटनास्थल पर पहुंची. जहां चंपत-बिगुनपुरा गांव के पास सड़क पर योगेश की लाश पड़ी हुई मिली. उनकी बोलेरो कार भी जली हुई अवस्था में मिली.
पुलिस के मुताबिक नोट बदलने से इंकार करने पर नक्सलियों ने हत्या की इस घटना को अंजाम दिया है. हालांकि बताया जाता है कि बीते साल इस नर्सिंग होम से पुलिस ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. नक्सलियों को इस बात का शक था कि डॉक्टर ने ही पुलिस को इसकी खबर दी थी. इस वजह से नक्सली डॉक्टर योगेश से नाराज थे.