उत्तर प्रदेश के संभल जिले के नखासा क्षेत्र में धार्मिक ग्रंथ के अपमान का आरोप लगाकर पुलिस टीम पर हमला किए जाने के आरोप में 25 नामजद और करीब 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इस इलाके से गुजर रही असमोली थाने की एक गाड़ी पर भीड़ ने पथराव किया था.
नायब तहसीलदार नितिन तनेजा ने बताया कि नखासा थाना क्षेत्र के दीपा सराय मोहल्ले के पास बवाल की सूचना मिलने पर वह उपजिलाधिकारी राशिद खां के साथ मौके पर पहुंचे. भीड़ को समझाने की कोशिश के बीच उसमें शामिल कुछ लोग पीछे खड़े अर्दली जय सिंह को खींचकर मारने-पीटने लगे.
उन्होंने बताया कि उनकी तहरीर पर पुलिस ने बुधवार देर रात नईम, फईम कल्लू, गप्पू सहित 25 नामजद और 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा और मारपीट का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. बुधवार को गोकशी की सूचना मिलने पर दीपा सराय मोहल्ले में पुलिस ने छापेमारी की थी.
छापेमारी के दौरान वहां कुछ नहीं मिलने पर पुलिस की टीम वापस लौट आयी थी. इलाके में पुलिस कार्रवाई की खबर फैलते ही कुछ देर बाद मोहल्ले के लोग एकत्र हुए. उन्होंने घटनास्थल पर पुलिस द्वारा उनके धार्मिक ग्रन्थ का अपमान किए जाने का आरोप लगाया और बवाल करने लगे.
गाड़ी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उच्चाधिकारियों को पथराव के बारे सूचना दी थी. इस पर उपजिलाधिकारी राशिद खां और पुलिस अमला मौके पर पहुंचा था. इस पर भीड़ ने उन पर भी पथराव कर दिया. इसमें उपजिलाधिकारी का अर्दली जय सिंह और चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.