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नो एफआईआर, नो अरेस्ट, नो टॉक, फैसला ऑन द स्पॉट!

नो एफआईआर, नो अरेस्ट, नो टॉक, फैसला ऑन द स्पॉट. हिन्दी फिल्म क्रांति का ये डायलॉग गुजरात के नवसारी में हुई घटना पर सटीक बैठता है. जी हां, यहां एक रेपिस्ट को लोगों ने मार-मार कर मौत के हवाले के कर दिया.

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नो एफआईआर, नो अरेस्ट, नो टॉक, फैसला ऑन द स्पॉट. हिन्दी फिल्म क्रांति का ये डायलॉग गुजरात के नवसारी में हुई घटना पर सटीक बैठता है. जी हां, यहां एक रेपिस्ट को लोगों ने मार-मार कर मौत के हवाले के कर दिया.

जानकारी के मुताबिक, नवसारी जिले के एक गांव में शराब के नशे में एक शख्स ने अपने घर के पास खेल रही दो साल की मासूम बच्ची को अपनी हवस का शिकार बना लिया. बच्ची की रोने की आवाज सुन मौके पर पहुंची महिलाओं ने आरोपी को को धर-दबोचा.

लोगों के गुस्से से बचने के लिए आरोपी भागता हुआ गांव के तालाब में कुद गया. लोगों ने उसे तलाब से बाहर निकाला. उसके बाद भीड़ ने लात-घुसों से उसकी पिटाई शुरू कर दी. वह अधमरा हो गया. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया.

पुलिस के मुताबिक, आरोपी की हालत इतनी खराब हो गई थी कि उसे बचा पाना मुश्किल था. अस्पताल में कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई. पुलिस ने मामले की छानबीन कर रही है. पीड़ित और आरोपी पक्ष से इस संबंध में पूछताछ की जाएगी.

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