घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है. मृतक के पास से सुसाइड नोट मिला है, जिसके आधार पर पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस के अनुसार परिजन बीमारी के कारण परेशान होने की बात कह रहे हैं. घटना शनिवार तड़के 3 बजे की बताई जा रही है.
मृतक रिटायर दारोगा करण वीर सिंह अपनी पत्नी जोगेश्वरी देवी (62) और बेटा-बहू के साथ मझोला थाना अंतर्गत अलखनंदा कॉलोनी में रहते थे. शुक्रवार को पूरा परिवार साथ खाना खाने के बाद बेटा नीरज और बहू अंदर के कमरे में जाकर सो गए. करनवीर और जोगेश्वरी देवी आगे वाले कमरे में सो रहे थे.
देर रात करीब तीन बजे करनवीर ने सो रही पत्नी के सीने पर अपनी लाइसेंसी बंदूक से गोली मार दी. इसके बाद कमरे के बाहर रेलिंग के सहारे फंदा लगाकर खुद भी फांसी पर लटक गए. गोली की आवाज सुनकर बेटे और बहू ने बाहर आने की कोशिश की लेकिन दरवाजा बंद मिला.
बाद में पड़ोसियों की मदद से दरवाजा खुलवाकर पुलिस को सूचना दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. बताया जा रहा है कि मृतक के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. जिसमें किसी को भी जिम्मेदार नहीं बताया है.
रिटायर्ड दारोगा ने ऐसा कदम क्यों उठाया यह स्पष्ट नहीं हो सका है. पुलिस उप अधीक्षक आदित्य लांगेह का कहना है कि परिजनों से बातचीत में अभी ये पता लग पाया है कि मृतक दंपति बीमार रहते थे और उनके एक बेटे की मौत भी कई साल पहले हो चुकी है.
रिटायर होने के बाद दूसरे बेटे के साथ यहां मुरादाबाद में रह रहे थे, जिसकी शादी को अभी कुछ महीने ही बीते हैं. फ़िलहाल हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है.