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अलीगढ़: RSS नेता के भाई की हत्या के आरोप में दो गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के बन्नादेवी थाना क्षेत्र में रविवार देर रात हुई राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के नेता के भाई की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एक अन्य की तलाश जारी है. वारदात के बाद महज 48 घंटे के अंदर पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी करके मिसाल पेश कर दी है.

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उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का मामला
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का मामला

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उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के बन्नादेवी थाना क्षेत्र में रविवार देर रात हुई राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के नेता के भाई की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एक अन्य की तलाश जारी है. वारदात के बाद महज 48 घंटे के अंदर पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी करके मिसाल पेश कर दी है.

एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि रविवार देर रात मामूली विवाद में बन्नादेवी थाना क्षेत्र के नई बस्ती निवासी शशि चौहान की बस्ती के रहने वाले अरशी, शकील और साजिद ने उनके ही घर में गोली मार कर घायल कर दिया था. घायल को परिजनों ने इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उनकी मौत हो गई.

उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने अरशी, शकील और साजिद के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी, जिनमें से दो हमलावरों शकील और साजिद को गिरफ्तार कर लिया गया. एक आरोपी अरशी फरार है. उसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगातार विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही हैं.

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मृतक शशि चौहान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रहास चौहान के भाई हैं. वह पूर्व मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह के भी करीबी हैं. शशि चौहान नई बस्ती में किसी परिचित के घर बैठे हुए थे. तभी हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी. उन्हें गंभीर हालत में मेडिकल अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

बताते चलें कि आरएसएस या उससे संबंधित लोगों की हत्या की वारदात लगातार हो रही है. हाल ही में मेरठ जिले में आरएसएस के एक कार्यकर्ता का शव बोरे में बरामद किया गया. मृतक की पहचान सुनील गर्ग के रूप में की गई. वह लोहे के मशहूर व्यापारी भी थे. उन्हें अंतिम बार बीजेपी के नगर निगम प्रत्याशी का प्रचार करते देखा गया.

पुलिस अधीक्षक मानसिंह (शहर) ने बताया था कि मृतक के चेहरे पर धारदार हथियार से हमले के निशान मिले हैं. उनकी मोटरसाइकिल एक पार्किंग से बरामद कर ली गई है. हत्या होने से पहले वह कहां-कहां गए और किन लोगों से मिले इसकी जानकारी एकत्र की जा रही है. हालांकि, अभी तक हत्यारे पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए हैं.

यूपी से पहले पंजाब में भी कई आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई. बीते महीने अमृतसर में हिंदू सुरक्षा समिति के नेता विपिन कुमार को सरे बाजार गोलियों से भून दिया गया था. पूरी वारदाता CCTV कैमरे में कैद हो गई थी. मृतक की पहचान विपिन कुमार के रूप में हुई थी. वह जय शंकर वेलफयर सोसाइटी के मेंबर थे.

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