सीबीआई ने रेयान इंटरनेशनल स्कूल के 7 वर्षीय मासूम छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के आरोप में उसी स्कूल के एक 16 साल के छात्र को गिरफ्तार किया है. सीबीआई को आरोपी छात्र पर पहले सप्ताह से ही शक हो गया था.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, मामले की जांच के शुरुआत में ही सीबीआई को कक्षा 11 के छात्र पर शक हो गया था. सूत्रों ने यह भी बताया कि सितंबर के आखिरी हफ्ते में छात्र के घर की तलाशी भी ली गई थी. तलाशी के दौरान मिले कुछ सामानों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था. सीबीआई ने इस मामले में एक और व्यक्ति के शामिल होने का संदेह जताया है.
गुरुग्राम पुलिस ने प्रद्युम्न की हत्या वाली जगह से एक चाकू बरामद किया था. सीबीआई के मुताबिक, इसी चाकू से प्रद्युम्न का गला रेता गया था. हत्या के बाद सबसे पहले आरोपी छात्र ने ही अपने पीटी टीचर और स्कूल के माली को बताया था कि वाशरूम में एक छात्र के गले से खून बह रहा है.
सीबीआई का कहना है कि आरोपी छात्र के खिलाफ उनके पास पर्याप्त सबूत हैं. सीबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक, आरोपी छात्र ने पैरेंट्स टीचर मीट को टलवाने के इरादे से इस हत्या को अंजाम दिया था. रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी छात्र पढ़ने में अच्छा नहीं है और उसे परीक्षा का डर था.
गौरतलब है कि 7 वर्षीय प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या ने पूरे देश में सनसनी मचा दी थी. दो महीने चली गहन जांच के बाद दो अलग-अलग व्यक्तियों पर आरोप लगा. पहले गुरुग्राम पुलिस ने स्कूल बस के कंडक्टर को गिरफ्तार किया, जिसने कैमरे के सामने यह स्वीकार भी कर लिया था कि उसने ही हत्या की है. लेकिन मीडिया और पब्लिक प्रेशर के बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई. सीबीआई ने मामले की नए सिरे से जांच की तो पाया कि आरोपी बस कंडक्टर नहीं बल्कि उसी स्कूल का एक 16 वर्षीय छात्र है.