प्रद्युम्न मर्डर केस के आरोपी बस कंडक्टर अशोक का परिवार ग्रामीणों का बहिष्कार झेल रहा है. अशोक के परिजनों ने मासूम की हत्या का सच बाहर लाने के लिए CBI जांच की मांग की है. हालांकि प्रद्युम्न के माता-पिता भी असल गुनहगार को सलाखों के पीछे भिजवाने के लिए CBI जांच की मांग कर रहे हैं.
शनिवार से गुड़गांव के सोहना स्थित घमरोज गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. दरअसल मासूम के कत्ल का आरोपी अशोक इसी गांव का रहने वाला है. ग्रामीणों का बहिष्कार झेल रहे अशोक के परिवार ने उसे बेकसूर बताया. अशोक का परिवार यह मानने को तैयार नहीं है कि वह ये घिनौना अपराध कर सकता है.
अशोक के माता-पिता का कहना है, 'हमारा बेटा ऐसा नहीं है. हम बहुत गरीब लोग हैं. हमारे बेटे को फंसाया जा रहा है. अगर वो ऐसा करता तो क्यों खुद उस बच्चे को अस्पताल लेकर जाता? अशोक के कपड़ों पर खून के निशान क्यों नहीं मिले? स्कूल वाले उसे फंसा रहे हैं.'
अशोक की पत्नी ने कहा, 'हमारे भी दो बच्चे हैं. एक की उम्र 7 तो दूसरे की 8 साल है. जो खुद छोटे-छोटे बच्चों का पिता हो वो किसी दूसरे बच्चे के साथ ऐसा जघन्य अपराध कैसे कर सकता है? पुलिस ने अभी तक हमें सूचित नहीं किया है. स्कूल की प्रिंसिपल ने उन्हें फंसाया है.'
बताते चलें कि अशोक की पत्नी भी एक स्कूल में काम करती है. अशोक का परिवार पिछले 20 वर्षों से इस गांव में रह रहा है. खबर फैलते ही शनिवार रात ग्रामीणों ने अशोक के परिवार का बहिष्कार करने का फैसला लिया. रविवार को इस मामले में पंचायत बुलाई गई है. गांव में पूरी तरह से अशोक के परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया गया है.